RSS टैग: हिन्दी यार समाचार का ताज़ा फ़ीड कैसे इस्तेमाल करें
क्या आप हर सुबह कई साइट खोलकर खबरें देख कर थक गये हैं? RSS (Really Simple Syndication) आपके लिए बनाता है एक ही जगह पर सभी अपडेट। हमारे RSS टैग पेज में आज की प्रमुख ख़बरें, वित्तीय बदलाव, खेल‑समाचार और अधिक मिलते हैं। बस एक फ़ीड लिंक्स को अपने पसंदीदा रीडर में जोड़िए और हर नई पोस्ट आपको तुरंत मिल जाएगी.
RSS फीड सेट करने के आसान कदम
पहला काम – अपना RSS रीडर चुनें. Feedly, Inoreader या मोबाइल ऐप जैसे NetNewsWire लोकप्रिय हैं। अगला, इस पेज के शीर्ष पर स्थित "RSS" बटन पर क्लिक करें और लिंक को कॉपी करें. अब अपने रीडर में ‘Add Content’ विकल्प में ये लिंक डालिए. सेटअप हो गया! अब हर नई लेख का टाइटल, छोटा सारांश और लिंक्स आपके फ़ीड में दिखेगा.
अगर आप ब्लॉग या वेबसाइट चलाते हैं, तो अपनी साइट पर भी RSS जोड़ सकते हैं. बस <link rel="alternate" type="application/rss+xml" href="YOUR_FEED_URL">
टैग को हेड सेक्शन में डालें और सर्च इंजन व रीडर दोनों आपके कंटेंट को आसानी से खोज पाएँगे.
RSS टैग पर क्या मिलता है?
यहाँ आपको विभिन्न श्रेणियों की ताज़ा खबरें मिलती हैं – वित्तीय नियमों में बदलाव, खेल के बड़े इवेंट, राजनैतिक अपडेट और तकनीकी समाचार. उदाहरण के तौर पर, 1 अगस्त से UPI ट्रांज़ेक्शन पर नई सख्ती या बजट 2025 का लाइव प्रसारण. इन सभी लेखों को आप एक ही फ़ीड में देख सकते हैं, जिससे समय बचता है और जानकारी अधूरी नहीं रहती.
हमारी पोस्ट्स में अक्सर कीवर्ड टैग होते हैं जैसे "ब्लैक मंडे", "Mahindra Vision S" या "IPL 2025". ये शब्द रीडर को बेहतर वर्गीकरण देते हैं, जिससे आप अपने मनपसंद विषय चुन सकते हैं. अगर आपको केवल खेल की खबरें चाहिए तो सिर्फ़ sport‑related RSS फ़ीड जोड़िए; वित्तीय अपडेट के लिए finance‑RSS जोड़िये.
सबसे बड़ी बात – सभी लेख हिंदी में लिखे जाते हैं, आसान भाषा और स्पष्ट विवरण के साथ. चाहे आप छात्र हों या कामकाजी, हर कोई इस फ़ीड से जल्दी जानकारी पा सकता है। अब कभी भी किसी खबर को मिस नहीं करेंगे.
तो देर किस बात की? ऊपर दिए गए लिंक पर क्लिक कर अपने पसंदीदा रीडर में जोड़िए और हिन्दी यार समाचार का पूरा लाभ उठाइए. हर नई अपडेट आपके हाथों में, बिना झंझट के!
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बिहार दौरे पर RSS चीफ मोहन भागवत: चुनावी साल में संगठन की ताकत बढ़ाएंगे
RSS प्रमुख मोहन भागवत एक बार फिर बिहार का दौरा करने वाले हैं, और यह उनका चार महीने में दूसरा दौरा है। चुनावी साल में संगठन को मजबूत करने के मकसद से भागवत की इस यात्रा पर सुरक्षा भी चाक-चौबंद है। मार्च 2025 में वे पहले ही राज्य के नेताओं से मिल चुके हैं, जबकि इस बार पटना में संगठनात्मक बैठकें तय हैं।