ओलावृष्टि टैग – ओला ई‑स्कूटर की पूरी जानकारी
अगर आप भारत में इलेक्ट्रिक दोपहिया की तलाश में हैं तो "ओलावृष्टि" टैग आपके लिए एक खजाना है। यहाँ हम ओला के जेन 3 सीरीज़, नई कीमतें और खास फीचर सीधे बताते हैं – ताकि आप बिना झंझट के सही फैसला कर सकें।
ओला एस1 जेन 3 की मुख्य बातें
ऑटोमोबाइल जगत में ओला ने अपनी ई‑स्कूटर लाइन अप को लगातार अपडेट किया है। जेन 3 सीरीज़ तीन प्रमुख मॉडल – एस1 एक्स, एस1 एक्स+ और एस1 प्रो लाता है। बेस प्राइस सिर्फ 79,999 रुपये से शुरू होती है, जो शहर के रोजमर्रा की यात्रा के लिए किफायती विकल्प बनाती है।
तकनीकी तौर पर इन स्कूटरों में मिड‑ड्राइव मोटर, ड्यूल एबीएस और ब्रेक‑बाय‑वायर सिस्टम शामिल है। इसका मतलब है तेज़ी से एक्सेलेरेशन और सुरक्षित ब्रेकिंग – बिना किसी झंझट के। रेंज भी सुधरी हुई है; एस1 प्रो एक चार्ज पर 120 किमी तक चल सकता है, जो अधिकांश शहरी यात्रियों की ज़रूरत को पूरा करता है।
खर्च, रख‑रखाव और सब्सिडी का लाभ
ई‑स्कूटर खरीदते समय शुरुआती कीमत के साथ ही चार्जिंग इन्फ्रास्ट्रक्चर और मेंटेनेंस खर्च भी देखना जरूरी है। ओला ने भारत भर में अधिकतम 500 स्टेट्शन पॉइंट्स की योजना बनाई है, जिससे आप घर या ऑफिस से आसानी से रिचार्ज कर सकते हैं। इसके अलावा कई राज्य सरकारें इलेक्ट्रिक वाहनों पर सब्सिडी देती हैं – यदि आपका वाहन FAME‑II मानदंडों को पूरा करता है तो आपको 20 % तक का रिवर्स चार्जिंग टैरिफ़ मिल सकता है।
रख‑रखाव की बात करें तो ओला ने एक साल के फ्री सर्विस पैकेज की पेशकश की है, जिसमें बैटरी चेक‑अप और सॉफ्टवेयर अपडेट शामिल हैं। इसके बाद वार्षिक मेंटेनेंस सिर्फ़ 2,500 रुपये से शुरू होती है, जो पेट्रोल या डीज़ल दोपहिया की तुलना में बहुत कम है।समाप्ति पर, अगर आप ई‑स्कूटर को बेचने का सोच रहे हैं तो ओला के रीसैल वैल्यू प्रोग्राम के तहत लगभग 70 % मूल्य वापस मिलने की संभावना रहती है – यानी आपका निवेश जल्दी ही लौट सकता है।
इस तरह, "ओलावृष्टि" टैग पर आपको केवल समाचार नहीं, बल्कि पूरी खरीद‑निर्देशिका मिलती है। चाहे कीमत हो, फीचर या चार्जिंग नेटवर्क, सब कुछ यहाँ एक जगह मिल जाता है। अब देर न करें – अपनी अगली सवारी चुनें और पर्यावरण के साथ-साथ अपने बजट को भी बचाएँ।
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झारखंड में भयंकर लू से राहत, बारिश ने दिलाई ठंडक
झारखंड में लू के बीच तेज बारिश और ओलावृष्टि से ठंडक मिली, लेकिन इससे फसलों को भारी नुकसान हुआ। 20-23 मार्च के बीच हल्की से मध्यम बारिश और पश्चिमी विक्षोभ के चलते आए बदलाव ने बारिश को जन्म दिया। कई स्थानों पर तेज हवाएं और ओले भी गिरे।