ड्रोन तकनीक क्या है और क्यों ज़रूरी?
आपने टीवी या सोशल मीडिया पर अक्सर ड्रोन देखे हैं, लेकिन असली मायनिंग क्या है? सरल शब्दों में कहें तो ड्रोन एक रिमोट‑कंट्रोल्ड या ऑटोपायलट वाला हवाई वाहन है जो कैमरा, सेंसर या डिलीवरी बॉक्स जैसे उपकरण ले जा सकता है। आज के समय में कृषि, सुरक्षा, एरियल फोटोग्राफी और पैकेज डिलीवरी में इसका उपयोग बढ़ रहा है। अगर आप इस क्षेत्र में काम करना चाहते हैं या सिर्फ जानना चाहते हैं, तो नीचे बताए गए पॉइंट्स मदद करेंगे।
ड्रोन के प्रमुख प्रकार और उनके काम
क्वाडकोप्टर ड्रोन: चार प्रोपेलर वाले ये सबसे आम होते हैं। फोटोग्राफी, सर्वेक्षण और छोटे पैकेज डिलीवरी में इन्हें इस्तेमाल किया जाता है। फ़िक्स्ड‑विंग ड्रोन: पंखों वाले, तेज़ उड़ान और लंबी दूरी के लिए बेहतर। सरकारी मैपिंग या कृषि निगरानी में काम आते हैं. हाइब्रिड मॉडल: क्वाडकोप्टर का लिफ्ट और फ़िक्स्ड‑विंग की रेंज दोनों को जोड़ते हैं, इसलिए बड़े फॉर्मेट प्रोजेक्ट्स में लोकप्रिय हो रहे हैं.
भारत में ड्रोन नियम और लाइसेंस
ड्रोन चलाने के लिए DGCA (डायरेक्टरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन) की अनुमति जरूरी है। अब 250 ग्राम से ऊपर वजन वाले सभी UAV को Unmanned Aircraft Operator Permit (UAOP) चाहिए। ऑनलाइन पोर्टल पर आवेदन, पेपरलेस प्रक्रिया और 5‑किलोमीटर रेडियस के भीतर उड़ान प्रतिबंध जैसे नियम हैं। यदि आप हौबीस्ट या प्रोफ़ेशनल हो, तो इन फ़ॉर्म्स को समय से भरना फायदेमंद रहेगा क्योंकि दंड काफी भारी है.
अब बात करते हैं कि ड्रोन किस तरह आपके काम में मदद कर सकते हैं:
- कृषि निगरानी: फसल की स्वास्थ्य जांच, पानी की जरूरत और pest detection के लिए मल्टीस्पेक्ट्रल कैमरा लगे ड्रोन बहुत सटीक डेटा देते हैं। किसान इससे अपनी उत्पादन लागत कम कर सकते हैं.
- इंफ़्रास्ट्रक्चर सर्वे: पुल, सड़क या बिजली लाइन की जाँच में हाई‑रिज़ॉल्यूशन इमेजरी से जल्दी और सुरक्षित निरीक्षण संभव है.
- डिलीवरी: ई‑कॉमर्स कंपनियों ने छोटे पैकेज को 30 किमी के भीतर 15 मिनट में पहुंचाने का लक्ष्य रखा है। यह ट्रैफ़िक जाम की समस्या हल कर सकता है.
- सुरक्षा और आपदा प्रबंधन: वन्यआग, बाढ़ या भूकंप के बाद एरियल व्यू तुरंत मिल जाता है, जिससे रेस्क्यू टीमें जल्दी निर्णय ले सकें.
ड्रोन खरीदते समय कुछ बातों का ध्यान रखें: बैटरी लाइफ (कम से कम 20‑25 मिनट), कैमरा रिज़ॉल्यूशन (4K बेहतर) और स्पेयर पार्ट्स की उपलब्धता। स्थानीय रिटेलर या ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म पर वारंटी और सर्विस पैकेज देखना न भूलें.
भविष्य में ड्रोन तकनीक AI और 5G के साथ और स्मार्ट होगी। स्वायत्त नेविगेशन, ऑब्जेक्ट डिटेक्शन और रियल‑टाइम डेटा स्ट्रीमिंग जैसे फीचर जल्द ही मानक बनेंगे। अगर आप अभी शुरुआती हैं, तो छोटे क्वाडकोप्टर से प्रयोग शुरू करें, ऑनलाइन ट्यूटोरियल देखें और धीरे‑धीरे प्रोजेक्ट्स बढ़ाएँ.
ड्रोन तकनीक न सिर्फ एक गैजेट है, बल्कि विभिन्न उद्योगों में उत्पादन क्षमता बढ़ाने का सस्ता साधन भी। सही जानकारी, लाइसेंस और उपकरण के साथ आप इस तेज़ी से बदलते बाजार में कदम रख सकते हैं. अब देर न करें—आज ही अपना पहला ड्रोन प्रोजेक्ट प्लान करें!
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मास्को में यूक्रेन ड्रोन हमलों में एक हताहत, 144 ड्रोन पकड़े गए
रूस के अधिकारियों ने बताया कि उन्होंने रात भर 144 यूक्रेनी ड्रोन पकड़े, जिनमें से कई ने मास्को क्षेत्र में आवासीय इमारतों को नुकसान पहुंचाया। मास्को के गवर्नर आंद्रेई वोरब्योव के अनुसार, अग्निकांड में एक 46 वर्षीय महिला की मौत हो गई और तीन अन्य घायल हो गए। ड्रोन हमलों के कारण मास्को में कई हवाईअड्डे बंद हो गए, लेकिन बाद में कुछ फिर से संचालित होने लगे।