भारी बारीश के दिन क्या करें? आसान गाइड
जब आसमान से लगातार तेज़ बारिश होती है तो सड़कें पानी में डुब जाती हैं, बिजली कट हो सकती है और घरों में जलभराव का खतरा रहता है। ऐसे मौसम में सही तैयारियां करना जरूरी है, नहीं तो नुकसान बड़ा हो सकता है। नीचे हम कुछ सरल कदम बता रहे हैं जो आप तुरंत अपनाकर खुद को और अपने परिवार को सुरक्षित रख सकते हैं।
पहला कदम: घर की सुरक्षा जांचें
बारिश शुरू होने से पहले नल, पाइप और सीवर के जॉइंट्स को चेक कर लें। अगर कहीं लीकेज दिखे तो तुरंत मरम्मत करवाएँ। छत में कोई दरार या टाइल ढीली हो तो उसे ठीक करें, क्योंकि बारिश में ये चीज़ें आसानी से अंदर पानी लाती हैं।
घर के बाहर जमा पानी को निकालने के लिए एक छोटा पंप या बकेट रख दें। अगर आपके पास ड्रेनेज सिस्टम है, तो उसकी सफाई करवाएँ ताकि पानी जल्दी बह सके और जलभराव न हो।
दूसरा कदम: यात्रा और बाहरी काम से बचें
भारी बारिश में गाड़ी चलाना खतरनाक हो सकता है। अगर संभव हो तो सार्वजनिक ट्रांसपोर्ट या राइड शेयरिंग का उपयोग करें, लेकिन रास्ते में जलधाराओं को पार करने से बिल्कुल बचें। पानी की धारा जितनी तेज़ होगी, उतना ही आपका वाहन फिसल सकता है।
यदि बाहर काम करना अनिवार्य हो तो वाटरप्रूफ जूते और रेनकोट पहनें। हाथ में टॉर्च रख लें, क्योंकि अक्सर बिजली बंद रहती है और कम रोशनी में काम मुश्किल हो जाता है।
भारी बारीश के दौरान मोबाइल का बैटरी बचाना भी जरूरी है। आपातकालीन संपर्कों को पहले से सेव करके रखें और आवश्यक जानकारी (जैसे स्थानीय हेल्पलाइन नंबर) नोट कर लें।
तीसरा कदम: समुदाय की मदद करें
कई बार बाढ़ के कारण पड़ोसियों की सहायता करनी पड़ती है। अगर आपके पास फावड़े, बाल्टी या छोटा पम्प है तो जरूरतमंद लोगों को दें। साथ ही स्थानीय प्रशासन द्वारा जारी किए गए अलर्ट्स पर नजर रखें और यदि किसी को मदद चाहिए तो तुरंत सूचना दें।
समुदाय में मिलकर सफाई अभियान चलाएं, ताकि नाली साफ रहे और जलभराव कम हो। यह छोटे-छोटे कदम पूरे क्षेत्र की सुरक्षा बढ़ाते हैं।
आखिर में: सरकार के उपायों को समझें
हर राज्य मौसम विभाग द्वारा भारी बारिश का पूर्वानुमान जारी करता है। इन अपडेट्स को नियमित रूप से देखें और अगर चेतावनी 'बाढ़ अलर्ट' या 'वायरिंग डिप्लॉयमेंट' जैसी हो तो तुरंत तैयारियां करें। सरकारी राहत केंद्रों के स्थान, अस्थायी आश्रय स्थल और आपातकालीन सप्लाई की जानकारी पहले से रख लें।
बारिश खत्म होने पर भी पानी के स्तर को मॉनिटर करते रहें। अगर किसी इलाके में लगातार जलभराव रहता है तो स्थानीय निकाय से संपर्क करके ड्रेनेज सुधार की मांग करें।
भारी बारीश एक प्राकृतिक प्रक्रिया है, लेकिन उचित तैयारी और जागरूकता से नुकसान कम किया जा सकता है। इन सरल सुझावों को अपनाकर आप अपने परिवार और समुदाय को सुरक्षित रख सकते हैं।
5

पुणे में भारी बारिश से बाढ़ का खतरा बढ़ा, मकान जलमग्न, नागरिकों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया
पुणे शहर में रातभर हुई भारी बारिश और लगातार हो रही बौछारों के कारण बाढ़ का खतरा उत्पन्न हो गया है। इससे मुथा नदी के किनारे बसे नीचले इलाकों में पानी भर गया है। खड़कवासला बांध से पानी छोड़ा जा रहा है। सेना, एनडीआरएफ और फायर बिग्रेड की टीमें तैनात की गई हैं। रातभर हुई तेज बारिश ने शहर में भारी जलभराव कर दिया है।