यूनियन बजट 2025: क्या बदला और आपको क्या जानना चाहिए
हर साल का बजट देश के आर्थिक दिशा‑निर्देश देता है, लेकिन कई बार बातें जटिल लगती हैं। इस लेख में हम सीधे बात करेंगे कि यूनियन बज्ट 2025 में कौन‑सी प्रमुख चीज़ें बदलीं और ये बदलाव आपके जीवन पर कैसे असर डालेंगे।
मुख्य टैक्स परिवर्तन
सबसे पहले, टैक्स की खबरों को देखें। इस साल व्यक्तिगत आयकर स्लैब थोड़ा ऊपर ले जाया गया है, यानी अगर आपका वार्षिक इनकम 7 लाख से नीचे है तो अब कोई कर नहीं लगेगा। वहीं उच्च आय वर्ग के लिए 30% तक की दर रखी गई, जिससे सरकार को अधिक राजस्व मिलेगा। जीएसटी में कुछ छोटे‑मोटे बदलाव हुए हैं – इलेक्ट्रॉनिक्स और एसेसरीज़ पर 5% की नई शूल्क जोड़ी गई, लेकिन रोज़मर्रा के किराना सामानों पर कोई अतिरिक्त टैक्स नहीं लगाया गया।
समाजिक योजनाएँ और निवेश अवसर
बजट में सामाजिक सुरक्षा को भी बड़ा बूस्ट मिला है। प्रधानमंत्री जन धन योजना (PMJDY) का कनेक्शन 5 करोड़ नए खातों तक बढ़ाने का लक्ष्य रखा गया, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में बैंकिंग पहुँच तेज होगी। किसानों के लिए नई फसल बीमा स्कीम लांच की गई, जो प्राकृतिक आपदा से होने वाले नुकसान को 80% तक कवरेज देती है। इन्फ्रास्ट्रक्चर पर खर्च 1.5 ट्रिलियन रुपये तय किया गया, जिसमें सड़क, रेल और पोर्ट विकास शामिल हैं। अगर आप रियल एस्टेट या निर्माण सेक्टर में निवेश कर रहे हैं, तो इस बजट के बाद इन क्षेत्रों की ग्रोथ संभावनाएं बढ़ेंगी। साथ ही, स्टार्टअप फंड का आकार 25% बढ़ा दिया गया – मतलब युवा उद्यमियों को अब आसान फाइनेंसिंग मिल सकेगा.
इन सभी बिंदुओं को समझना ज़रूरी है क्योंकि ये सीधे आपके खर्चे, बचत और कर रिटर्न को प्रभावित करेंगे। अगर आप टैक्स प्लानिंग या निवेश की सोच रहे हैं, तो इस बजट में दिए गए छूटों का पूरा फायदा उठाएँ. छोटे व्यापारियों के लिए नई MSME सब्सिडी स्कीम भी मददगार साबित होगी.
संक्षेप में, यूनियन बजट 2025 टैक्स को सरल बना रहा है, सामाजिक सुरक्षा बढ़ा रहा है और इंफ़्रास्ट्रक्चर व स्टार्टअप को प्रोटेक्ट कर रहा है। इन बदलावों को समझकर आप अपने वित्तीय लक्ष्य जल्दी हासिल कर सकते हैं.
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बजट 2025 लाइव: कैसे देखें निर्मला सीतारमण का बजट भाषण - तिथि, समय और प्रमुख बातें
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी 2025 को यूनियन बजट 2025-26 पेश करेंगी। यह उनका लगातार आठवां बजट भाषण होगा। बजट का उद्देश्य उपभोग में वृद्धि, कर राहत और आर्थिक चुनौतियों का समाधान है। भाषण का लाइव प्रसारण कई मीडिया प्लेटफार्मों पर होगा।