महिला आयोग: रोज़मर्रा की ज़िंदगी में योग कैसे लाए बदलाव
क्या आपने कभी सोचा है कि सिर्फ पाँच मिनट की स्ट्रेचिंग से आपका दिन कितना आसान हो सकता है? महिलाओं के लिये खास बनायीं गयी आयोग प्रैक्टिस न केवल शरीर को फिट रखती है, बल्कि तनाव‑मुक्त भी करती है। यहाँ हम बताएँगे कौन‑से आसन शुरूआत में सबसे बेहतर हैं और कैसे उन्हें अपनी रूटीन में शामिल करें।
सबसे आसान शुरुआती योगासन
ताड़ासन (Mountain Pose) – खड़े हों, पैर साथ में रखें, हाथों को धड़ के दोनों तरफ़ आराम से लटकाएँ और गहरी सांस लें. यह आसन रीढ़ की हड्डी को सीधा करता है और पैरों की मसल्स को टोन करता है।
वज्रासन (Power Pose) – बैठकर पैर मोड़ें, घुटनों के बीच फर्श पर एक छोटा कुशन रखें और हाथों को एंजल जैसा ऊपर उठाएँ. यह पेट की चर्बी घटाने में मदद करता है और पाचन को बेहतर बनाता है।
भुजंगासन (Cobra Pose) – पेट के बल लेटें, हथेलियों को कंधे के नीचे रखें और धीरे‑धीरे छाती उठाएँ. यह पीठ की मांसपेशी को मजबूत करता है, जो महिलाओं में अक्सर कमज़ोर रहती हैं।
महिला‑विशेष आयोग रूटीन
हर सुबह 10 मिनट का योग सत्र काफी प्रभावशाली हो सकता है. सबसे पहले प्राणायाम (विनियास) करें – नाक से गहरी साँस लें, पाँच तक गिनें और फिर धीरे‑धीरे छोड़ें. यह दिल की धड़कन को स्थिर करता है और तनाव घटाता है.
इसके बाद ऊपर बताए गए तीन आसनों को क्रम में 30 सेकंड‑30 सेकंड रखें. अगर आप गर्भवती हैं या मासिक धर्म के दौरान दर्द महसूस करती हैं, तो भुजंगासन की जगह बैलासन (Child's Pose) अपनाएँ; यह आराम देता है और पेट को सुरक्षित रखता है.
रात में सोने से पहले सवित्री व्यायाम करें – दोनों हाथों को ऊपर उठाकर धीरे‑धीरे नीचे लाएँ, फिर उल्टा. यह नींद को गहरा करता है और सुबह ऊर्जा बढ़ाता है.
आसान रेसिपी के साथ योगा डाइट भी शामिल कर सकते हैं: दही, फलों की चटनी या हल्की सब्ज़ी सूप. ये पाचन को आसान बनाते हैं और शरीर में एंर्जी लेवल को स्थिर रखते हैं.
अगर आप फिटनेस जिम नहीं जा सकतीं तो घर पर ही एक छोटा मैट रख लें, कुछ लाइट म्यूजिक चलाएँ और इन स्टेप्स को फॉलो करें. हर हफ्ते दो‑तीन बार इस रूटीन को दोहराएँ और धीरे‑धीरे समय बढ़ाते जाएँ.
याद रखें: निरंतरता ही कुंजी है. छोटे‑छोटे बदलाव बड़े परिणाम लाते हैं, तो आज ही अपनी सुबह की चाय के साथ एक मिनट का आयोग शुरू करें! आपका शरीर और मन दोनों आपको धन्यवाद कहेंगे।
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हेमा समिति रिपोर्ट से उभरे तीव्र भावनाएँ; महिला आयोग और WCC ने सरकार से कड़ी कार्रवाई की मांग की
हेमा समिति रिपोर्ट ने समाज में तीव्र प्रतिक्रियाएं उत्पन्न की हैं। महिला सिनेमा कलेक्टिव (WCC) और राज्य महिला आयोग ने मलयालम फिल्म उद्योग में महिलाओं के लिए सुरक्षित कार्य वातावरण और समानता सुनिश्चित करने के लिए कड़ी कार्रवाई की मांग की है। रिपोर्ट में व्यापक यौन उत्पीड़न और लैंगिक असमानता का विवरण दिया गया है।