तटीय तूफान: क्या होता है, कैसे प्रभावित होते हैं भारत और क्या करें

जब बंगाल की खाड़ी या अरब सागर में हवा तेज़ होकर घूमने लगती है, तो वो बन जाता है तटीय तूफान, एक भयानक जलवायु घटना जो तेज़ हवाओं, भारी बारिश और ऊँची लहरों के साथ तटीय क्षेत्रों को तबाह कर देती है। भारत के लगभग 7,500 किलोमीटर तट इन तूफानों के लिए आदर्श जगह हैं। हर साल इनमें से कई ऐसे आते हैं जो लाखों लोगों के घर, खेत और जीवन को खतरे में डाल देते हैं।

ये तूफान बस हवा नहीं लाते — वो लहरों का दीवार भी बना देते हैं। 2020 में चक्रवात गोल्फाम ने ओडिशा और पश्चिम बंगाल के कई गाँवों को पानी में डुबो दिया। उसी साल, अरब सागर में बना चक्रवात टाइफून ने गुजरात के तटीय क्षेत्रों में 10 फीट से ज्यादा की लहरें लाईं। इनकी ताकत का असर न सिर्फ तट पर होता है, बल्कि अंदर तक जाता है — सड़कें बह जाती हैं, बिजली के खंभे गिर जाते हैं, और लोगों को अचानक घर छोड़ना पड़ता है।

ये तूफान अक्सर बंगाल की खाड़ी, भारत का सबसे अधिक तूफान प्रभावित क्षेत्र, जहाँ गर्म पानी और हवाओं का मिलन तूफान को जन्म देता है से शुरू होते हैं। इसके बाद वो ओडिशा, पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु की ओर बढ़ते हैं। दूसरी ओर, अरब सागर, गुजरात और महाराष्ट्र के लिए खतरा बनता है, जहाँ तूफान अचानक तेज़ हो जाते हैं और जल्दी तट पर पहुँच जाते हैं। इनके बारे में समझना जरूरी है, क्योंकि ये बार-बार आते हैं, और हर बार उनकी ताकत बढ़ रही है।

इन तूफानों के खिलाफ लड़ाई शुरू होती है उनके आने से पहले। भारतीय मौसम विभाग (IMD) हर दिन ट्रैक करता है कि कहाँ बन रहा है तूफान, कितनी तेज़ हवाएँ चल रही हैं, और किस तारीख को कहाँ लहरें आएँगी। लोगों को इन चेतावनियों को नज़रअंदाज़ नहीं करना चाहिए। अगर आप तट पर रहते हैं, तो आपको अपने घर के आसपास के ऊँचे स्थान पर जाने की योजना बनानी चाहिए, पानी, दवाइयाँ और बैटरी के साथ एक बैग तैयार रखना चाहिए। ये छोटी बातें जान बचा सकती हैं।

इस लिस्ट में आपको ऐसे ही तूफानों की खबरें मिलेंगी — जहाँ लोगों की जान बचाने के लिए क्या किया गया, किन जगहों पर सबसे ज्यादा नुकसान हुआ, और अगले तूफान के लिए कौन-सी तैयारी हो रही है। ये सिर्फ खबरें नहीं, बल्कि जीवन बचाने के लिए जरूरी जानकारी हैं।

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साइक्लोन मोंथा: आंध्र, ओडिशा, तमिलनाडु में भारी बारिश की चेतावनी, 28 अक्टूबर को तट पर टकराएगा
के द्वारा प्रकाशित किया गया Manish Patel 28 अक्तूबर 2025 5 टिप्पणि

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साइक्लोन मोंथा 28 अक्टूबर को आंध्र प्रदेश के तट पर टकराएगा, जिससे काकिनाडा से लेकर ओडिशा तक भारी बारिश और तेज हवाएं आने की आशंका है। IMD ने लाल चेतावनी जारी की है।