पहले बच्चे की देखभाल: शुरुआती कदम आसान बनाएँ
नवजात शिशु का स्वागत करना रोमांचक भी है और थोड़ा डरावना भी। पहली बार माता‑पिता बनते ही कई सवाल दिमाग में आते हैं – कब दूध पिलाएँ, नींद कैसे करवाएँ, क्या टीका देना जरूरी है? चलिए इन सवालों के जवाब सरल भाषा में देखते हैं, ताकि आपका पहला बच्चा स्वस्थ और खुश रहे।
दूध पिलाना: टाइमिंग और तकनीक
जैसे ही बच्चा जन्म लेता है, माँ का स्तन सबसे अच्छा पोषक तत्व देता है। पहले दो‑तीन हफ़्तों में हर 2‑3 घंटे पर दूध पिलाना चाहिए, चाहे बच्चा भूखा हो या नहीं. अगर स्तनपान संभव न हो तो फॉर्मूला भी ठीक रहेगा – बस पानी से मिलाकर नहीं, डॉक्टर की सलाह अनुसार तैयार करें.
ध्यान रखें कि बच्चे का मुँह पूरी तरह खुला रहे और वह सही ढंग से चूस रहा हो। यदि आप पहली बार हैं तो लैक्टेशन कंसल्टेंट या एएनएम से मदद ले सकते हैं; ये छोटा समय आपके स्तनपान को आरामदायक बनाता है.
नींद की आदतें और सुरक्षित स्लीप
नवजात के लिए सबसे बड़ी जरूरत पर्याप्त नींद है। उन्हें पीठ के बल, कड़े मेट्रस पर, बिना तकिए या मोटी चादर के सोने दें – इससे अचानक शिशु मृत्यु सिंड्रोम (SIDS) का जोखिम घटता है. हर 2‑3 घंटे में हल्की जकड़न की जरूरत हो सकती है, तो आप धीरे‑धीरे रात की नींद को बढ़ा सकते हैं.
एक सादी रूटीन बनाएं – नहलाना, नरम लोरी और फिर सोने का समय. बच्चे को पहचानने वाले आवाज़ों में आराम मिलता है और वह जल्दी सोता है.
टिकाकरण और स्वास्थ्य जांच
पहले छह महीने में बीसीजी, डिप्थीरिया, टिटैनस जैसे बेसिक वैक्सीन देना अनिवार्य है. हर टीका के बाद डॉक्टर से संपर्क रखें – अगर बुखार या सूजन हो तो तुरंत दिखाएँ.
नियमित चेक‑अप में वजन, ऊँचाई और विकास माइलस्टोन देखे जाते हैं। यदि आपका बच्चा 2 महीने का है और सिर उठाने में कठिनाई नहीं करता, तो यह सामान्य है; लेकिन अगर कोई अटकाव लगे तो डॉक्टर से परामर्श करें.
खेल‑कूद और संज्ञानात्मक विकास
जैसे-जैसे बच्चा 3‑4 महीने का हो जाता है, आप उसे पेट के बल लिटाकर टॉवल टाइम दे सकते हैं. इससे गर्दन की मांसपेशियों में ताकत आती है और वह अपने हाथ‑पैरों को कंट्रोल करना सीखता है.
रंगीन किताबें, नरम खिलौने और सरल आवाज़ वाले खेल बिल्ले बच्चे के दिमाग को उत्तेजित करते हैं. रोज़ थोड़ा समय इन एक्टिविटीज़ में लगाएँ – इससे भाषा कौशल जल्दी विकसित होगा.
माता‑पिता का मनोबल
पहली बार पेरेंटिंग थकाऊ लग सकती है, पर याद रखें कि आपका प्यार ही सबसे बड़ी दवा है. अगर आप तनाव महसूस कर रहे हैं तो छोटे ब्रेक लें, परिवार या दोस्त की मदद माँगें.
सिर्फ़ अपने बच्चे के लिए नहीं, अपनी सेहत का भी ख्याल रखना ज़रूरी है – नींद पूरी करें, हल्का व्यायाम करें और हेल्दी डाइट रखें. जब आप स्वस्थ रहेंगे तो आपके बच्चे को भी बेहतर देखभाल मिलेगी.
इन आसान टिप्स को अपनाकर आप पहले बच्चे की परवरिश में आत्मविश्वास पाएँगे और आपका छोटा राजकुमार/रानी सुरक्षित, खुशहाल और तेज़ी से बढ़ेगा.
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एलेक्ज़ेंड्रा डैडारियो पहली बार माँ बनने वाली हैं, पति एंड्रू फॉर्म के साथ कर रहीं खुशी का इज़हार
अभिनेत्री एलेक्ज़ेंड्रा डैडारियो ने घोषणा की है कि वह अपने पहले बच्चे की उम्मीद कर रही हैं। उन्होंने अपने पति एंड्रू फॉर्म के साथ इस खुशी की जानकारी इंस्टाग्राम पर साझा की। डैडारियो का यह सफर आसान नहीं रहा, उन्होंने पहले एक गर्भपात का अनुभव किया था। शादी के बाद ये दंपति अपने पहले बच्चे के स्वागत को लेकर बहुत उत्साहित हैं।