ITR दाखिल करना – विस्तार से समझें

जब आप ITR दाखिल करना, व्यक्तिगत या व्यवसायिक आय को आयकर विभाग के पोर्टल पर रिपोर्ट करने की प्रक्रिया की बात करते हैं, तो कई छोटे‑बड़े सवाल मन में उठते हैं। साथ ही आयकर, भारत के कानून के अनुसार आय पर लगने वाला कर भी समझना जरूरी है। एक सही आयकर रिटर्न, वित्तीय वर्ष की आय, कटौतियों और देनदारी का दस्तावेज़ फॉर्म भरने से न केवल जुर्माना बचता है, बल्कि भविष्य में टैक्स रिफंड भी मिल सकता है। अक्सर लोग फ़ॉर्म 16, नियोक्ता द्वारा जारी किया गया आय और टैक्स डिडक्शन का आधिकारिक प्रमाणपत्र को अनदेखा कर देते हैं, जबकि यह रिटर्न में आय की सही गणना में अहम भूमिका निभाता है। इस लेख में हम ITR दाखिल करना से जुड़ी मुख्य चरणों, आवश्यक दस्तावेज़ों और उपयोगी टिप्स को सरल भाषा में समझेंगे, ताकि आप बिना झंझट के अपना रिटर्न फाइल कर सकें.

ITR दाखिल करने की मुख्य बातें

पहला कदम है आयकर पोर्टल, ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म जहाँ रिटर्न अपलोड, वैलीडेशन और सबमिशन होते हैं पर रजिस्टर्ड होना। पोर्टल पर अपना यूज़रआईडी और पासवर्ड बनाकर लॉगिन करना सबसे बुनियादी काम है। दूसरा, अपना टैक्स प्लानिंग, आय, निवेश और कटौतियों की रणनीतिक व्यवस्था ताकि कर में बचत हो सके पहले ही तैयार रखें – इससे फॉर्म भरना तेज़ हो जाता है। तीसरा, सभी आय स्रोतों—सैलरी, फ्रीलांस, किराया, पूँजीगत लाभ—को एक जगह लिस्ट करें और साथ ही कटौतियों के लिए सेक्शन 80C, 80D आदि के प्रूफ़ संलग्न करें। अंत में, पोर्टल पर वैलीडेशन टूल का उपयोग करके एरर चेक करें और डेडलाइन से पहले सबमिट करें, ताकि देर से दंड नहीं लगे.

एक बार रिटर्न अपलोड हो जाने पर आपको आयकर विभाग से एक आवर्ड लेटर, आधिकारिक दस्तावेज़ जिसमें रिटर्न की स्वीकृति या रिटर्न में संशोधन का उल्लेख होता है मिलती है। अगर रिटर्न में कोई त्रुटि है, तो पोर्टल पर “रिवाइंड” या “ऑडिट ट्रेल” विकल्पों से सहीी कर सकते हैं। कभी‑कभी रिटर्न फाइल करने बाद भी रिफंड प्रक्रिया में देर होती है; इस मामले में ट्रैकिंग आईडी, रिफंड के स्टेटस को मॉनिटर करने का कोड उपयोगी रहता है। इस पूरी प्रक्रिया में सबसे बड़ी मदद आपका पास मौजूद डिजिटल दस्तावेज़ और समय पर अपडेटेड पोर्टल है.

नौकरीपेशा लोग अक्सर पूछते हैं कि सैलरी स्लिप और फ़ॉर्म 16 के अलावा कौन‑से दस्तावेज़ आवश्यक हैं। अगर आपके पास दूसरे स्रोतों से आय है, जैसे कि शेयर‑बाज़ार, फिक्स्ड डिपॉज़िट, या रियल एस्टेट, तो इनकी ब्योरा, ज्यूरी‑डिविडेंड स्टेटमेंट या किराया इनकम प्रमाण पत्र भी संलग्न करना चाहिए। इसी तरह यदि आपने ऋण लेकर घर खरीदा है या शिक्षा लोन लिया है, तो उससे जुड़े ब्याज की कटौती का प्रमाण (बैंक स्टेटमेंट) रिटर्न में डालना न भूलें। ये सभी एंटिटीज़ (दस्तावेज़) रिटर्न की वैधता और रिफंड के अवसर को बढ़ाते हैं.

फॉर्म चुनते समय ध्यान रखें कि आपका आय स्तर और आय स्रोत किस फॉर्म को आवश्यक बनाते हैं। सामान्यतः सैलरी वाले लोग ITR‑1 (साहेब) भरते हैं, जबकि फ्रीलांस या प्रोफ़ेशनल फॉर्म 26AS, 27EQ जैसी फॉर्म्स की जरूरत पड़ती है। सही फॉर्म चुनना “सिंटैक्टिक त्रिप्लेट” में महत्वपूर्ण है: ITR दाखिल करना –requires– सही फॉर्म चयन –enables– तेज़ प्रोसेसिंग. इस नियम को समझने से आपका टाइम‑टू‑फाइल काफी घटेगा.

यदि आप पहली बार ITR दाखिल कर रहे हैं, तो जल्द‑बाज़ी में त्रुटियां हो सकती हैं। ऐसे में “ड्राफ्ट मोड” में फॉर्म को सेव करके बाद में रिव्यू करना एक अच्छा तरीका है। कई सरकारी निर्देशों में बताया गया है कि आप टैक्स रिटर्न को त्रुटि‑रहित बनाने के लिए “स्प्रेडशीट एरर‑चेक” का उपयोग कर सकते हैं। यह एक साधारण टूल है, लेकिन बहुत प्रभावी। इसके अलावा, रिटर्न सेक्शन में “ऑटो‑फ़िल” फीचर भी है जो पिछले वर्ष के डेटा को अपनाता है, जिससे आपका काम आधा कम हो जाता है.

अब आप तैयार हैं अपने टैक्स रिटर्न को आसानी से फाइल करने के लिए। नीचे आप विभिन्न लेखों और गाइड्स की सूची पाएँगे जो ITR दाखिल करने के हर पहलू – डेडलाइन, निवेश‑पर‑टैक्स, रिफंड ट्रैकिंग, और एरर‑हैंडलिंग – को विस्तृत रूप से बताते हैं। चाहे आप नौजवान प्रोफ़ेशनल हों या सीनियर सैलरीधारी, यहाँ आपको सही जानकारी मिल जाएगी जिससे आपका टैक्स फाइलिंग अनुभव सहज और बिना तनाव का हो सके।

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ITR दाखिल करना: CBDT ने नई अंतिम तिथि तय की, जुलाई 31 नहीं रहे आखिरी दिन
के द्वारा प्रकाशित किया गया Manish Patel 26 सितंबर 2025 0 टिप्पणि

ITR दाखिल करना: CBDT ने नई अंतिम तिथि तय की, जुलाई 31 नहीं रहे आखिरी दिन

CBDT ने आयुक्त वर्ष 2025-26 के लिए ITR दाखिल करने की अंतिम तिथि को जुलाई 31 से बढ़ा कर 16 सितम्बर कर दी। तकनीकी गड़बड़ी के चलते कई बार विस्तार हुआ, अब विभिन्न वर्गों के लिए अलग‑अलग समयसीमा तय की गई है। देर से जमा करने पर सेक्शन 234F और 234A के तहत जुर्माना व ब्याज लगेगा। विभाग 24×7 सहायता प्रदान कर रहा है।