गालवान घाटी – प्रकृति का अनदेखा ख़जाना
अगर आप पहाड़ों में शांति चाहते हैं और भीड़‑भाड़ से दूर एक सच्ची प्राकृतिक अनुभव की तलाश में हैं, तो गालवान घाटी आपके लिए परफेक्ट है। यह घाटी उत्तराखंड के छोटे से गांव से शुरू होती है और चारों ओर हरे‑भरे जंगल, झरने और बर्फीले शिखरों से घिरी हुई है। यहाँ का हवा साफ़ है, नदियों की ध्वनि मन को ठंडा कर देती है और हर कदम पर नई कहानी मिलती है।
कैसे पहुँचें: आसान रास्ते और यात्रा विकल्प
गालवान घाटी तक पहुंचने के लिए सबसे पहले देहरादून या नैनीताल से बस या टैक्सी लेकर कुमाउँ तक जाना होता है। कुमाउँ से स्थानीय गाइड के साथ छोटे ट्रैकिंग वाहन में सवार होकर आप सीधे घाटी के प्रवेश द्वार तक पहुँच सकते हैं। अगर आपके पास दोपहिया है, तो 30 किलोमीटर का पहाड़ी रास्ता थोड़ी चुनौतीपूर्ण हो सकता है, लेकिन रास्ते में दिखने वाले पैनोरमिक व्यूज इसे वाकई मज़ेदार बनाते हैं।
क्या देखेंगे: मुख्य आकर्षण और एक्टिविटीज़
घाटी में सबसे लोकप्रिय जगह है गालवान झरना, जो बौछार के साथ एक सुंदर तालाब बनाता है—फोटोग्राफी प्रेमियों के लिए स्वर्ग। इसके अलावा, आप ट्रेकिंग कर शिखर रैप्टोर तक जा सकते हैं, जहाँ से पूरे क्षेत्र का 360‑डिग्री दृश्य दिखता है। अगर आप एडवेंचर पसंद करते हैं तो रिवर राफ्टिंग और पैराग्लाइडिंग के विकल्प भी उपलब्ध हैं, लेकिन सुरक्षा उपकरणों को हमेशा चेक कर लें।
स्थानीय गाँव में आपको पारम्परिक पहाड़ी भोजन जैसे “आलू का पराठा” और “गुड़ की लड्डू” मिलेंगे। इनको आज़माते समय स्थानीय लोगों से बात करें, वे अक्सर अपनी संस्कृति और इतिहास के बारे में रोचक कहानियां सुनाते हैं—जैसे कैसे घाटी को 19वीं सदी में एक व्यापार मार्ग माना जाता था।
सुरक्षा की दिक्कतें: पहाड़ी मौसम जल्दी बदल सकता है, इसलिए गर्म कपड़े, वाटरप्रूफ़ जैकेट और अच्छी ग्रिप वाले जूते साथ रखें। स्थानीय गाइड को हमेशा साथ रखें; वे रास्ते के खतरों से बचाने में मदद करेंगे और सही समय पर आराम का स्थल भी दिखाएंगे।
गालवान घाटी की यात्रा योजना बनाते समय मौसम रिपोर्ट देखें—जून‑सितम्बर सबसे उपयुक्त होते हैं, जब धुंध कम होती है और ट्रेकिंग आसान रहती है। अगर आप ऑफ‑सीजन में जाना चाहते हैं तो ठंडी रातों के लिए अतिरिक्त ब्लैंकट रखें।
एक बात याद रखें: यह जगह अभी भी बहुत कम ज्ञात है, इसलिए साफ़‑सफ़ाई का ख़्याल रखें। अपने कचरे को ले जाएँ या स्थानीय बिन में फेंकेँ, ताकि प्राकृतिक सुंदरता बनी रहे और अगली पीढ़ी भी इसका आनंद ले सके।
गालवान घाटी एक ऐसा अनुभव है जो आपको रोज़मर्रा की थकान से दूर कर देता है, नई ऊर्जा भर देता है और भारत के अनछुए हिस्सों को जानने का मौका देता है। अब देर न करें—अपना बैग पैक करें, गाइड बुक करें और इस पहाड़ी जन्नत में कदम रखें!
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पूर्वी लद्दाख में सैन्य गतिरोध समाप्ति को लेकर चीन और भारत के बीच सहमति
चीन ने पुष्टि की है कि उसने भारत के साथ पूर्वी लद्दाख में सैन्य गतिरोध समाप्त करने के लिए एक समझौता किया है। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि दोनों देशों ने सीमा विवाद पर राजनयिक और सैन्य माध्यमों से समीपता में बातचीत की है। उन्होंने कहा कि चीन और भारत समझौतों की कार्यान्विति पर काम करेंगे। यह विकास गालवान घाटी में हुई हिंसक झड़प के बाद चार से अधिक वर्षों के सैन्य गतिरोध को समाप्त करेगा।