मोहम्मद शमी ने पाकिस्तान द्वारा इनज़माम-उल-हक़ के गेंद से छेड़छाड़ आरोपों पर किया तीखा प्रहार

मोहम्मद शमी ने पाकिस्तान द्वारा इनज़माम-उल-हक़ के गेंद से छेड़छाड़ आरोपों पर किया तीखा प्रहार
के द्वारा प्रकाशित किया गया Manish Patel 20 जुलाई 2024 12 टिप्पणि

भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने पाकिस्तान के पूर्व कप्तान इनज़माम-उल-हक़ द्वारा T20 विश्व कप के दौरान गेंद से छेड़छाड़ के आरोपों पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। इनज़माम ने दावा किया था कि भारत और ऑस्ट्रेलिया के मैच के दौरान भारतीय गेंदबाजों ने गेंद से छेड़छाड़ की थी, जिससे बाएं हाथ के तेज गेंदबाज अर्शदीप सिंह ने रिवर्स स्विंग गेंदबाजी की। इनज़माम ने यह भी सुझाव दिया था कि अंपायरों को इस कथित छेड़छाड़ पर अधिक सतर्क रहना चाहिए था।

शमी ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए इन आरोपों को 'कार्टूनिश' करार दिया और कहा कि इस तरह के बेतुके दावे जनता को धोखा देने के लिए किए जाते हैं। उन्होंने कहा, अगर उन्हें मौका मिले तो वह गेंद को खोलकर दिखा देंगे कि उसके अंदर कोई उपकरण नहीं है। शमी ने जोर देकर कहा कि अर्शदीप सिंह की गेंद को रिवर्स स्विंग करने की क्षमता एक कौशल है, न कि किसी छेड़छाड़ का नतीजा।

गेंद से छेड़छाड़ पर पुराने आरोप

शमी ने यह भी कहा कि पाकिस्तान के खिलाड़ियों जैसे इनज़माम-उल-हक़ और हसन रज़ा का बेतुके आरोप लगाने का एक पुराना इतिहास है। उन्होंने कहा कि अगर वास्तव में कोई सबूत होता, तो अंपायर और मैच रैफरी इसे जरूर पकड़ लेते। शमी ने कहा कि उनकी टीम खेल के सभी नियमों का पालन करती है और ऐसे आरोप केवल उनकी मेहनत और कौशल को नजरअंदाज करने के लिए हैं। उन्होंने कहा कि भारतीय टीम जीतने के लिए किसी भी प्रकार की अनुचित तकनीक का सहारा नहीं लेती।

रोहित शर्मा की प्रतिक्रिया

इस मामले पर भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने पहले ही प्रतिक्रिया दी थी, जिसमें उन्होंने कहा था कि T20 विश्व कप के गर्म और शुष्क परिस्थितियों में गेंद स्वाभाविक रूप से रिवर्स स्विंग होती है। रोहित ने यह भी कहा कि भारतीय गेंदबाज अपने कौशल पर भरोसा करते हैं और उन्होंने अपनी कड़ी मेहनत व अनुभव से यह कला सीखी है।

इसी बीच शमी ने जोर देकर कहा कि वह इन सभी साजिशों को हमेशा के लिए समाप्त करने के लिए वास्तविक गेंद को दिखाना चाहेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि जो लोग इन आरोपों को लगाते हैं, वे सिर्फ असली मुद्दों को छिपाकर ध्यान भटकाना चाहते हैं। शमी ने अपने साथी गेंदबाज अर्शदीप सिंह की भी सराहना की और कहा कि अर्शदीप एक कुशल गेंदबाज हैं जो अपनी मेहनत और समर्पण से यह मुकाम हासिल कर चुके हैं।

अंत में, शमी ने कहा कि क्रिकेट एक ऐसा खेल है जिसमें खिलाड़ी की ईमानदारी और कौशल की परीक्षा होती है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि भारतीय टीम हमेशा अपने खेल के उच्च मानकों को बनाए रखने के लिए प्रयासरत रहती है और इन सब आरोपों से उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता।

क्रिकेट की सच्चाई

क्रिकेट की सच्चाई

क्रिकेट में अक्सर ऐसे मौके आते हैं जब विपक्षी टीमें हार का सामना करने के बाद आरोप-प्रत्यारोप का सहारा लेती हैं। यह पहला मौका नहीं है जब भारतीय टीम पर इस प्रकार के आरोप लगाए गए हों। लेकिन भारतीय टीम ने हमेशा अपने खेल से इसका जवाब दिया है और उन्हीं सिद्धांतों का पालन करते हुए आगे बढ़ी है।

गेंदबाजों के लिए खासकर स्विंग गेंदबाजी एक अत्यंत महत्वपूर्ण कौशल होती है। खासकर रिवर्स स्विंग के लिए तेज गेंदबाजों को काफी मेहनत करनी पड़ती है। यह सिर्फ उनकी शारीरिक क्षमता का नहीं, बल्कि मानसिक सजगता और तकनीकी कौशल का भी परिचायक है। किसी गेंदबाज के लिए यह बेहद गर्व की बात होती है कि वह इस कला को मास्टर कर सके। भारतीय तेज गेंदबाज इस तथ्य को भलीभांति समझते हैं और यही कारण है कि वे मैदान पर अपना सर्वश्रेष्ठ देते हैं।

12 टिप्पणि

  • Image placeholder

    Bhavna Joshi

    जुलाई 20, 2024 AT 18:27

    यह बात समझनेयोग्य है कि अंतरराष्ट्रीय मंच पर किसी खिलाड़ी के शब्दों को केवल भावनात्मक प्रतिक्रिया नहीं माना जाना चाहिए; बल्कि हमें उस प्रसंग के तकनीकी पहलुओं, जैसे गेंद का निर्माण और उसकी सतह के नैनो‑कोटिंग, को भी विचार में लाना चाहिए। शमी ने अपनी प्रतिक्रिया में जो 'कार्टूनिश' शब्द प्रयोग किया, वह केवल एक भावनात्मक अभिव्यक्ति नहीं बल्कि इस मुद्दे की जटिलता को दर्शाता है। इस संदर्भ में हमें यह देखना होगा कि क्या इन आरोपों की जड़ में कोई वैध विज्ञान है या यह केवल रणनीतिक प्रचार का हिस्सा है।

  • Image placeholder

    Ashwini Belliganoor

    जुलाई 30, 2024 AT 09:44

    शमी ने कहा था तो माना।

  • Image placeholder

    Hari Kiran

    अगस्त 9, 2024 AT 01:00

    भाई, मैं देख रहा हूँ कि कई बार ऐसे मामले होते हैं जहाँ विपक्षी टीम हार की निराशा में तेज़ी से आरोप लगा देती है। शमी की बात कुछ हद तक समझ में आती है, पर हमें भी सबूतों को देखना चाहिए, न कि केवल शब्दों पर भरोसा करना चाहिए।

  • Image placeholder

    Hemant R. Joshi

    अगस्त 18, 2024 AT 16:16

    क्रिकेट के इतिहास को देखें तो कई बार यह देखा गया है कि तेज़ गेंदबाज़ी के क्षेत्रों में तकनीकी बदलावों को लेकर विवाद होते रहे हैं।
    पहले जब बॉल स्पिनर्स ने नई ग्रिप अपनाई, तो भी समान बहसें उभरीं।
    इसी प्रकार, रिवर्स स्विंग की उत्पत्ति भी कई वैज्ञानिक अध्ययनों से जुड़ी है, जिसमें बॉल की असिमेट्री, सतह पर नमी, और तेज़ हवा की गति शामिल हैं।
    जब शमी ने कहा कि वह बॉल को खोलकर दिखाएंगे, तो वह एक स्पष्ट संकेत है कि वह अपना विज्ञान समझाता है।
    यदि कोई उपकरण बॉल में लुका दिया जाता, तो वह अंतरराष्ट्रीय मानकों के खिलाफ जाता और ICC के नियमों द्वारा बहुत जल्दी पता चल जाता।
    वास्तव में, बॉल की सतह पर निकासी और अणु संरचना को माइक्रोस्कोप द्वारा आसानी से जांचा जा सकता है।
    इसीलिए, अगर कोई सच में छेड़छाड़ करता, तो रेफ़री और तकनीकी विशेषज्ञ तुरंत उसे पहचान लेते।
    इसके अलावा, अर्शदीप सिंह की रिवर्स स्विंग कौशल केवल अभ्यास और शारीरिक शक्ति से नहीं, बल्कि न्यूरोलॉजिकल प्रतिक्रिया समय से भी जुड़ी हुई है।
    व्यायाम विज्ञान के अनुसार, तेज़ प्रतिक्रिया समय और सही फिंगर पोज़िशनिंग का संयोजन ही ऐसी स्विंग को संभव बनाता है।
    पाकिस्तान की टीम ने भी कई बार ऐसी ही स्थितियों में अपनी गेंदबाज़ी के तरीकों को बदलने का दावा किया है, परन्तु अक्सर कोई ठोस प्रमाण नहीं मिल पाया।
    इस प्रकार, यह कहना कि यह पूरी तरह से ‘सजावट’ है, बिना प्रायोगिक डेटा के थोड़ा अतिशयोक्तिपूर्ण हो सकता है।
    साथ ही, इन आरोपों के पीछे अक्सर मनोवैज्ञानिक रणनीति होती है, जहाँ टीमें प्रतिद्वंद्वी के मनोबल को गिराने की कोशिश करती हैं।
    फिर भी, यदि कोई तकनीकी धोखा रहता है, तो उसका खुलासा न केवल खेल की शुद्धता के लिए आवश्यक है, बल्कि भविष्य में ऐसे क्रीडात्मक दुरुपयोग को रोकने के लिए भी महत्वपूर्ण है।
    अंत में, शमी की यह बात कि वह बॉल को खोलकर दिखाएंगे, न सिर्फ आत्मविश्वास का प्रतीक है, बल्कि यह दर्शाता है कि क्रिकेट का वास्तविक साहस वैज्ञानिक सत्य को सामने लाने में है।

  • Image placeholder

    guneet kaur

    अगस्त 28, 2024 AT 07:33

    भाई मेरे ख्याल से इनज़माम की बात बस एक मायूस बचाव है, वे अपना खेल बेतरतीब ढंग से बिगड़ने पर हमेशा ऐसी बातें निकालते हैं। मैं कहूँगा कि शमी ने पूरी सच्चाई को सामने रखा है और उनका मज़ाकिया ढंग इस बकवास को खत्म कर देगा।

  • Image placeholder

    PRITAM DEB

    सितंबर 6, 2024 AT 22:49

    क्रिकेट एक कला है, और हमारी टीम इस कला में हमेशा उत्कृष्ट रही है।

  • Image placeholder

    Saurabh Sharma

    सितंबर 16, 2024 AT 14:06

    देखिए, जब हम तकनीकी शब्दजाल की बात करते हैं तो यह याद रखना ज़रूरी है कि बॉल की सतह पर छोटे‑छोटे रफ़्स को भी एक‑एक करके विश्लेषित किया जा सकता है। इसलिए इस तरह के आरोपों को केवल शब्दों में नहीं, बल्कि वस्तुस्थिति में देखना चाहिए।

  • Image placeholder

    Suresh Dahal

    सितंबर 26, 2024 AT 05:22

    सम्पूर्ण सम्मान के साथ कहना चाहूँगा कि इस दायरे में सभी पक्षों को तथ्यात्मक आधार पर अपनी बात रखें; अतिरंजित बयानबाजी से कुछ नहीं मिलेगा।

  • Image placeholder

    Krina Jain

    अक्तूबर 5, 2024 AT 20:38

    ये सब बहाने है बकवॉड। इस बॉल में अक्षरश: कोई छेड़छाड़ा नहीं है।

  • Image placeholder

    Raj Kumar

    अक्तूबर 15, 2024 AT 11:55

    सुनिए, मैं तो यह मानूँगा कि हर बार जब कोई बड़ा खिलाड़ी विवाद में पड़ता है, तो वह अपने आप को बचाने के लिए थोड़ी बहुत नाटकीयता अपनाता है। यही कारण है कि कभी‑कभी उनके बयानों में एक ड्रामेटिक तस्विर उभर आती है, जिससे दर्शकों का ध्यान बढ़ता है।

  • Image placeholder

    venugopal panicker

    अक्तूबर 25, 2024 AT 03:11

    अरे हे गलेस अगली बात यह है कि हर दावे की सच्चाई पर नज़र डालना ज़रूरी है, लेकिन हमेशा का लक्ष्य शांति और खेल भावना को बनाए रखना भी उतना ही महत्वपूर्ण है।

  • Image placeholder

    Vakil Taufique Qureshi

    नवंबर 3, 2024 AT 17:27

    सच कहूँ तो इस तरह के हल्के‑फुल्के आरोपों से टीम की भावना को तोड़ना ही नहीं, बल्कि खेल की उड़ान को भी घटा दिया जाता है।

एक टिप्पणी लिखें