एल.के. आडवाणी – भारत की आर्थिक दिशा का मुख्य चालक

अगर आप भारतीय राजनीति या अर्थव्यवस्था पर बात करें तो एल.के. आडवाणी नाम अक्सर सुनाई देता है। वे सिर्फ एक राजनेता नहीं, बल्कि नीति‑निर्माता और विचारक भी हैं जो कई दशकों से देश की दिशा को आकार दे रहे हैं।

आडवाणी का राजनीतिक सफर

एल.के. आडवाणी ने 1970 के दशक में राष्ट्रीय स्तर पर कदम रखा। वह भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के संस्थापकों में से एक थे और कई बार संसद में अपनी आवाज़ उठाई। उनका मानना था कि आर्थिक विकास को सामाजिक न्याय के साथ जोड़ना चाहिए, इसलिए उन्होंने अक्सर ग्रामीण विकास, कृषि सुधार और छोटे उद्योगों की बात की।

उनके प्रमुख भाषणों में से एक ‘ग्रामोन्नति योजना’ पर था, जहाँ उन्होंने कहा था कि अगर गाँव‑गराँ नहीं सुधरेगा तो देश का भविष्य अंधकारमय रहेगा। यही कारण है कि कई राज्यों ने उनकी नीतियों को अपनाकर कृषि सिचाई और बुनियादी ढाँचा मजबूत किया।

आर्थिक विचारधारा और प्रमुख नीतियां

आडवाणी का आर्थिक दृष्टिकोण ‘स्वदेशी, स्वावलंबी और समावेशी’ था। उन्होंने 1990 के दशक में विदेशी निवेश को बढ़ावा देने की आवश्यकता पर बल दिया, लेकिन साथ ही स्थानीय उत्पादन को भी प्राथमिकता दी। उनका सबसे प्रसिद्ध लेख “भारत का व्यापारिक भविष्य” में उन्होंने कहा: “ग्लोबल मार्केट में जगह बनाना है तो हमें अपनी ताकतों को पहचानना होगा।”

उनकी कुछ प्रमुख नीतियों में शामिल हैं:

  • सूचना प्रौद्योगिकी पर जोर: 2000 के दशक की शुरुआत में उन्होंने IT सेक्टर को विशेष ध्यान दिया, जिससे भारत का सॉफ्टवेयर निर्यात बढ़ा।
  • कृषि सुधार: छोटे किसान के लिए सब्सिडी और बीज वितरण प्रणाली को सरल बनाया।
  • माइक्रो फाइनेंस: ग्रामीण महिलाओं के लिये ऋण सुलभ करने की पहल शुरू की, जिससे कई घरों में आर्थिक स्थिरता आई।

इन कदमों ने न सिर्फ रोजगार दिया बल्कि देश की जीडीपी ग्रोथ को भी तेज किया। आज भी उनके लेख और विचार नीति निर्माताओं के लिये संदर्भ बिंदु हैं।

यदि आप एल.के. आडवाणी के योगदान को समझना चाहते हैं तो उनका लेख ‘आर्थिक सुधारों का सामाजिक पहलू’ पढ़ें; वह स्पष्ट रूप से बताता है कि विकास केवल आंकड़ों से नहीं, बल्कि लोगों की जीवनशैली में बदलाव से मापा जाता है।

समाप्ति पर, यह कहना सही रहेगा कि एल.के. आडवाणी ने भारत को एक नई दिशा दी – जहाँ आर्थिक प्रगति और सामाजिक समावेशीता साथ‑साथ चलती है। उनका काम आज भी नए नेताओं के लिये प्रेरणा का स्रोत बना हुआ है।

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प्रधानमंत्री के तीसरे कार्यकाल के लिए नरेंद्र मोदी की BJP दिग्गजों से मुलाकात
के द्वारा प्रकाशित किया गया Manish Patel 7 जून 2024 0 टिप्पणि

प्रधानमंत्री के तीसरे कार्यकाल के लिए नरेंद्र मोदी की BJP दिग्गजों से मुलाकात

नरेंद्र मोदी, जो तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने की ओर अग्रसर हैं, ने दिल्ली में BJP के वरिष्ठ नेताओं एल. के. आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी से मुलाकात की। NDA संसदीय दल के नेता चुने जाने के बाद मोदी ने ये मुलाकात की। NDA की बैठक में, मोदी ने आगामी सरकार के निर्णयों में सहमति बनाने की योजना जताई और 'राष्ट्र पहले' की नीति पर जोर दिया।