वायनाड भूस्खलन: क्या हुआ और आगे कैसे बचें?

पिछले कुछ हफ्तों में वायनाड इलाके में अचानक बड़े पैमाने पर भूस्खलन देखे गए। बारिश, खड़बुड़ावली जमीन और असमान विकास ने मिलकर इस आपदा को जन्म दिया। अगर आप उसी क्षेत्र में रहते हैं या पास के गांवों से गुजरते हैं, तो यह जानकारी आपके लिए ज़रूरी है।

भूस्खलन के मुख्य कारण

पहला कारण लगातार भारी वर्षा है। जब मिट्टी पानी से भिगोती है, तो उसकी पकड़ कम हो जाती है और ढेरों में गिरना आसान हो जाता है। दूसरा, कई जगह पर अनियंत्रित खदान और निर्माण कार्य ने पहाड़ी क्षेत्रों की स्थिरता को कमजोर किया। तीसरा, पेड़-पौधों का अति कटाव भी जमीन को खुला छोड़ देता है, जिससे बारिश का पानी सीधे ढलान पर गिरता है। इन सब कारकों के संगम से ही वायनाड में अचानक बड़े टुकड़े नीचे गिरे।

भूस्खलन से हुए नुकसान

सुरक्षा की कमी के कारण कई घरों को गंभीर क्षति हुई, कुछ परिवार अपने घर खो बैठे। सड़कें बंद हो गईं, जिससे राहत कार्य में देर हुई। स्थानीय बाजार और स्कूल भी प्रभावित हुए, इसलिए रोज़मर्रा की ज़िंदगी रुक गई। जल स्रोत दूषित होने से स्वास्थ्य पर भी असर पड़ता है, इसलिए साफ पानी के लिए वैकल्पिक व्यवस्था करनी पड़ेगी।

सरकारी एजेंसियों ने तुरंत राहत टीमें भेजी हैं, लेकिन मदद पहुँचाने में अभी भी चुनौतियां हैं। बचाव कर्मियों को रास्ता खोजने में कठिनाई हो रही है क्योंकि बाढ़ और ढहती पहाड़ियाँ रूट्स को बंद कर देती हैं।

कैसे बचें: तुरंत क्या करें?

भूस्खलन की चेतावनी सुनते ही सबसे पहले सुरक्षित स्थान पर जाएँ—ऊंचे मैदान या खुली जगह। अगर आप घर में हों तो दरवाज़े और खिड़कियों को मजबूत करके बाहर निकलने का रास्ता साफ रखें। मोबाइल में स्थानीय एम्बुलेंस नंबर और राहत शिविरों के पते सेव कर लें।

बारिश की अवधि में पहाड़ी इलाकों से गाड़ी चलाने से बचें; अगर अनिवार्य हो तो धीमी गति से ड्राइव करें और बार-बार ब्रेक न लगाएँ। अपने पड़ोसियों के साथ मिलकर आपातकालीन किट (टॉर्च, बैटरियां, प्राथमिक चिकित्सा सामग्री) तैयार रखें।

भूस्खलन बाद में जल जमाव बन सकता है, इसलिए घर की बेसमेंट या कमरें में पानी जमा न होने दें। यदि पानी इकट्ठा हो रहा हो तो पंप या बाल्टी से बाहर निकालें।

दीर्घकालिक उपाय: भविष्य में सुरक्षित कैसे रहें?

स्थानीय प्रशासन को पेड़ लगाना, जल निकासी की सही व्यवस्था और अनावश्यक निर्माण रोकना चाहिए। अगर आप जमीन मालिक हैं तो भूवैज्ञानिक सर्वे करवा कर ढलान के स्थिरता का मूल्यांकन करवाएँ।

समुदाय स्तर पर बचाव प्रशिक्षण आयोजित करना फायदेमंद रहेगा—कैसे जल्दी निकास मार्ग बनाएं, प्राथमिक उपचार कैसे दें आदि। स्कूलों में बच्चों को भूस्खलन की चेतावनी संकेत और सुरक्षा नियम सिखाना भी जरूरी है।

अंत में, अगर आप वायनाड या उसके आसपास रह रहे हैं तो स्थानीय रेडियो और सरकारी वेबसाइट पर अपडेट देखते रहें। सही जानकारी से ही हम इस तरह की प्राकृतिक आपदा का सामना कर सकते हैं।

अग॰

3

मोहलाल द्वारा स्थल सेना शिविर: वायनाड भूस्खलन पीड़ितों की मदद के लिए महत्वपूर्ण पहल
के द्वारा प्रकाशित किया गया Manish Patel 3 अगस्त 2024 0 टिप्पणि

मोहलाल द्वारा स्थल सेना शिविर: वायनाड भूस्खलन पीड़ितों की मदद के लिए महत्वपूर्ण पहल

मलयालम सुपरस्टार मोहनलाल ने वायनाड भूस्खलन पीड़ितों के लिए राहत प्रयासों की सहायता हेतु स्थल सेना शिविर की स्थापना की है। यह शिविर विस्व शांति फाउंडेशन के तहत स्थापित किया गया है, जिसका उद्देश्य भूस्खलन प्रभावित लोगों को आवश्यक सुविधाएं और सहायता प्रदान करना है।