टीडीपि आलोचना – आज का मार्केट क्या कह रहा है?

अगर आप शेयर बाज़ार में कदम रख रहे हैं या पहले से ही ट्रेडिंग करते हैं, तो टेडीपी (टोटल इक्विटी डिविडेंड) आपके लिए एक महत्त्वपूर्ण संकेतक है। यह बताता है कि कंपनी ने कितना मुनाफ़ा कमाया और उसे शेयरधारकों को कैसे बांटा। अक्सर लोग इसे नजरअंदाज़ कर देते हैं, लेकिन सही समझ से आप अपने पोर्टफ़ोलियो का रिटर्न बढ़ा सकते हैं।

टेडीपी के बेसिक फॉर्मूला और उपयोग

सिंपली, टेडीपी = (शुद्ध लाभ – पुनः निवेश) / कुल शेयरों की संख्या। इसका मतलब है कि कंपनी ने कितना पैसा शेयरधारकों को दिया, चाहे वो डिविडेंड हो या शेयर इश्यूज के ज़रिये। जब ये प्रतिशत बढ़ता है, तो आमतौर पर स्टॉक की कीमत भी ऊपर जाने का संकेत मिलता है क्योंकि निवेशक भरोसा दिखाते हैं।

उदाहरण के तौर पर, अगर किसी कंपनी ने 10% टेडीपी दिया और उसके साथ ही राजस्व में स्थिर वृद्धि है, तो यह एक मजबूत सिग्नल हो सकता है कि स्टॉक खरीदने लायक है। लेकिन केवल टेडीपी से फैसला नहीं लेना चाहिए; इसे प्रॉफिट मैर्जिन, डेब्ट लेवल और इंडस्ट्री ट्रेंड के साथ देखना जरूरी है।

टीडीपि को पढ़ते समय किन बातों पर ध्यान दें?

1. इतिहासिक रुझान: पिछले 5-10 सालों की टेडीपी ग्रोथ देखें। निरंतर बढ़ती हुई संख्या कंपनी के स्थायी लाभांश नीति का संकेत देती है।

2. सेक्टोरल तुलना: बैंकिंग या टेक्नोलॉजी जैसे सेक्टर्स में टेडीपी अलग-अलग हो सकती है। उसी सेगमेंट की कंपनियों से तुलना करके समझें कि कौन बेहतर प्रदर्शन कर रहा है।

3. कंपनी की नीति: कुछ कंपनियां मुनाफ़े को पुनः निवेश करने पर ज़्यादा ध्यान देती हैं, इसलिए उनका टेडीपी कम हो सकता है लेकिन भविष्य में ग्रोथ पोटेंशियल ज्यादा रहता है।

4. मार्केट सेंटिमेंट: जब बड़े इंडेक्स (Nifty, Sensex) में उलटफेर होता है, तो टेडीपी वाले स्टॉक्स भी प्रभावित हो सकते हैं। ऐसे में तकनीकी चार्ट देख कर एंट्री/एग्ज़िट टाइम तय करें।

5. डिविडेंड पॉलिसी घोषणाएँ: क्वार्टरली या वार्षिक रिपोर्ट में डिविडेंड घोषणा पर नज़र रखें। यह अक्सर शेयर की कीमत को तुरंत ऊपर-नीचे कर देती है।

इन पॉइंट्स को याद रखकर आप टेडीपी का सही इस्तेमाल कर सकते हैं और बिना ज़्यादा रिस्क के अपने पोर्टफ़ोलियो को सुदृढ़ बना सकते हैं। अगली बार जब किसी स्टॉक की रिपोर्ट पढ़ें, तो टेडीपी सेक्शन पर एक बार ज़रूर झाँकिए—शायद वही आपका अगला जीत का टिकट हो!"

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सैम पित्रोदा की कांग्रेस में वापसी, चंद्रबाबू नायडू की टीडीपी ने बताया 'अस्वीकार्य'
के द्वारा प्रकाशित किया गया Manish Patel 27 जून 2024 0 टिप्पणि

सैम पित्रोदा की कांग्रेस में वापसी, चंद्रबाबू नायडू की टीडीपी ने बताया 'अस्वीकार्य'

भारतीय ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष के रूप में सैम पित्रोदा की पुनर्नियुक्ति से तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। चंद्रबाबू नायडू की अगुवाई वाली टीडीपी ने इसे 'अस्वीकार्य' करार दिया है जबकि बीजेपी ने पित्रोदा को 'मध्यम वर्ग को सताने वाला' कहा है।