मोहम्मद सिराज की एक ओवर में दो विकेट चटकाने की धमाकेदार पारी - देखें वीडियो

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मोहम्मद सिराज की अद्भुत गेंदबाजी

सिडनी क्रिकेट ग्राउंड (एससीजी) पर खेले जा रहे बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के पांचवें और अंतिम टेस्ट मैच के दूसरे दिन भारतीय क्रिकेट टीम के तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज ने अपने शानदार प्रदर्शन से सबको हैरत में डाल दिया। सिराज ने इस मुकाबले में एक ही ओवर में दो महत्वपूर्ण विकेट लेकर ऑस्ट्रेलिया की टीम को संकट में डाल दिया। उन्होंने पहले सैम कॉनस्टास को पवेलियन भेजा, जिसे यशस्वी जायसवाल ने गली में कैच किया, और फिर ट्रैविस हेड को केएल राहुल ने दूसरी स्लिप में लपक लिया।

प्रारंभिक आक्रमण और टीम की नई उम्मीदें

पहले दिन के अंत में ऑस्ट्रेलिया 9/1 के स्कोर पर अपनी पारी शुरू कर रही थी, जब उस्मान ख्वाजा अंतिम गेंद पर स्लिप में कैच आउट हुए थे। कप्तानी कर रहे जसप्रीत बुमराह ने भारत के लिए एक महत्वपूर्ण शुरुआत की और पहले ही ओवर में मार्नस लाबुशेन को सिर्फ 2 रन पर पवेलियन भेजकर टीम को बड़ी खुशखबरी दी।

इस प्रदर्शन ने दिखाया कि भारत के गेंदबाज कितनी खतरनाक स्थिति में हैं और सिराज की प्रेरणादायक स्पेल ने ऑस्ट्रेलिया की टीम को 39/4 तक कम कर दिया। तेज गेंदबाजी की उम्दा लाइन और लेंथ ने ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को परेशानी में डाल दिया। सिराज की गेंदबाजी के सामने ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज कोई ठोस रणनीति बनाने में असफल रहे।

संघर्षरत ऑस्ट्रेलियाई टीम

अंततः स्टीव स्मिथ और बेयू वेबस्टर के बीच एक संघर्षशील साझेदारी देखने को मिली। दोनों ने क्रीज पर टिकने की कोशिश की लेकिन भारतीय गेंदबाजों की सटीक रणनीति के आगे ज्यादा चल नहीं पाए। सिराज के इस आक्रमण के बाद, प्रसिध कृष्णा ने शानदार गेंदबाजी करते हुए स्टीव स्मिथ को 33 रन पर आउट किया। केएल राहुल ने उन्हें कैच कर लिया और स्मिथ अपने 10,000 टेस्ट रन के महत्वपूर्ण आंकड़े के करीब पहुंचते हुए आउट हो गए। लंच के समय ऑस्ट्रेलिया 101/5 पर संघर्ष कर रही थी।

कड़ा मुकाबला और ट्रॉफी की दावेदारी

कड़ा मुकाबला और ट्रॉफी की दावेदारी

यह अंतिम टेस्ट मैच बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के लिए निर्णायक है। ऑस्ट्रेलिया को ट्रॉफी जीतने के लिए इस मैच में जीत या ड्रॉ की जरूरत है जबकि भारतीय टीम की कोशिश ट्रॉफी बरकरार रखने की है। सिराज की इस उम्दा गेंदबाजी ने न केवल भारतीय टीम की स्थिति मजबूत की बल्कि उन्हें मुकाबले में आगे कर दिया।

भारतीय टीम के लिए यह जीत न केवल ट्रॉफी बरकरार रखने का विषय है, बल्कि यह प्रदर्शन दुनिया को यह दिखाने का भी है कि जब भारतीय गेंदबाज अपनी पूरी ताकत और रणनीति के साथ खेलते हैं, तब वे किसी भी चुनौती का सामना करने में सक्षम होते हैं।