डोपिंग क्या है और इसका असर?

डोपिंग यानी एथलीट्स द्वारा प्रदर्शन बढ़ाने के लिए प्रतिबंधित दवाओं या तकनीकों का इस्तेमाल। अक्सर यह सुनते हैं कि ‘कुछ खिलाड़ी बिन वजह तेज़ क्यों दौड़ते हैं?’ असल में कई बार वो डोपिंग की मदद ले लेते हैं। इससे शरीर में अस्थायी ताकत तो आती है, पर दीर्घकालिक स्वास्थ्य को बड़ा नुकसान होता है – हृदय रोग, हार्मोन का बिगड़ना और कभी‑कभी जीवन तक खतरे में पड़ जाता है।

डोपिंग के मुख्य प्रकार

1. स्टेरॉयड्स: मांसपेशियों को जल्दी बढ़ाते हैं, लेकिन लीवर और किडनी पर दबाव डालते हैं।
2. एरोजेनिक ड्रग्स: रक्त में ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ाते हैं, जिससे धीरज बेहतर होता है, पर खून के थक्के बनना आम बात बन जाती है।
3. हॉर्मोनल बूस्टर्स: टेस्टोस्टेरॉन या ईरॉथेनॉल जैसे हॉर्मोन शरीर में जोड़ते हैं, जो भावनात्मक अस्थिरता पैदा कर सकते हैं।

एंटी‑डोपिंग कैसे काम करता है?

विश्व एंटी‑डोपिंग एजेंसी (WADA) हर साल नई लिस्ट बनाती है जिसमें प्रतिबंधित पदार्थों के नाम होते हैं। प्रतियोगिता से पहले और दौरान एथलीट्स को रक्त, पेशाब या बालों की जांच करनी पड़ती है। अगर कोई दवा मिलती है तो ‘पॉज़िटिव’ रिपोर्ट बनती है और खिलाड़ी पर सजा लग सकती है – पेनाल्टी में रैंकिंग हटाना, मेडल वापस लेना या कुछ साल के लिए प्रतिबंध शामिल हैं।

कई बार छोटे‑छोटे संकेत भी डोपिंग की ओर इशारा करते हैं: अचानक वजन घटना, नींद न होना, या लगातार ऊर्जा में उतार-चढ़ाव। कोच और डॉक्टरों को चाहिए कि वे इन लक्षणों पर ध्यान दें और सही मेडिकल सलाह दें, ना कि अनजाने में दवाइयाँ लिखें।

खेल जगत अब डोपिंग को रोकने के लिए तकनीकी उपाय भी अपना रहा है – बायोमेट्रिक टेस्ट, जीन‑एडिटिंग की निगरानी और एआई‑आधारित डेटा एनालिसिस से अनियमित पैटर्न पकड़े जा रहे हैं। यह सब मिलकर खिलाड़ियों को साफ़ खेल का माहौल देने में मदद कर रहा है।

आप अगर खिलाड़ी या उनके करीब हैं, तो सबसे ज़्यादा जरूरी है सच्ची जानकारी रखना और किसी भी दवा को लेने से पहले डॉक्टर की सलाह लेना। याद रखें, असली जीत तभी मायने रखती है जब आप अपने शरीर को नुकसान नहीं पहुँचाते।

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सिमोना हालेप ने ITIA पर डोपिंग मामलों की भिन्नता को लेकर लगाया आरोप
के द्वारा प्रकाशित किया गया Manish Patel 30 नवंबर 2024 0 टिप्पणि

सिमोना हालेप ने ITIA पर डोपिंग मामलों की भिन्नता को लेकर लगाया आरोप

पूर्व विंबलडन और फ्रेंच ओपन चैंपियन सिमोना हालेप ने अंतर्राष्ट्रीय टेनिस अखंडता एजेंसी (ITIA) के खिलाफ उसका डोपिंग मामलों में भेदभावपूर्ण रवैया होने का आरोप लगाया है। हालेप का मानना है कि उन्हें लगे प्रतिबंध और इगा स्वियाटेक को मिली सजा में असमानता है। इस मामले ने अन्य टेनिस खिलाड़ियों और खेल समीक्षकों की भी आलोचना को जन्म दिया है।