रविचंद्रन अश्विन ने बीच सीरीज में इंटरनेशनल क्रिकेट से अचानक संन्यास लिया

रविचंद्रन अश्विन ने बीच सीरीज में इंटरनेशनल क्रिकेट से अचानक संन्यास लिया
के द्वारा प्रकाशित किया गया Manish Patel 29 मार्च 2025 12 टिप्पणि

भारतीय क्रिकेट के दिग्गज ऑफ-स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने क्रिकेट प्रेमियों और प्रशसंकों को 18 दिसंबर 2024 को एक भौंचक्की कर देने वाली घोषणा के साथ चौंका दिया। ऑस्ट्रेलिया के साथ चल रही टेस्ट सीरीज के दौरान उन्होंने इंटरनेशनल क्रिकेट से तुरंत प्रभाव से संन्यास लेने का ऐलान किया। इस निर्णय ने भारतीय क्रिकेट जगत को उथल-पुथल में डाल दिया।

अश्विन ने गाबा में अपना आखिरी टेस्ट खेला, और अपनी गेंदबाजी की ‘रचनात्मक दिशा’ की कमी को इस कदम के पीछे की प्रमुख वजह बताया। इंटरनेशनल क्रिकेट में 14 साल का लंबा करियर बिताने वाले अश्विन ने 537 टेस्ट विकेट और 765 कुल विकेट दर्ज किए हैं, जिसमें छह टेस्ट शतक भी शामिल हैं।

संन्यास के बाद प्रतिक्रियाएं

अश्विन के संन्यास के बाद क्रिकेट जगत में मिली-जुली प्रतिक्रियाएं सामने आईं। जहां सुनील गावस्कर और कपिल देव जैसे क्रिकेट के दिग्गजों ने सवाल उठाए, वहीं पूर्व स्पिनर इरापल्ली प्रसन्ना ने इसे 'भारतीय क्रिकेट के लिए दुखद दिन' बताया। हालांकि, मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर और पूर्व भारतीय कप्तान कपिल देव ने अश्विन को फोन कर उनके करियर की सराहना की।

अश्विन ने जताया कि वह खेल को बिना किसी भव्य विदाई के छोड़ना चाहते थे और अगर टीम में जगह नहीं बनती तो वह विदाई टेस्ट की पेशकश भी ठुकरा देते। उनके इस फैसले का उनका खुद के गेंदबाजी कैरियर पर की गई आत्ममूल्यांकन से संबंध था।

12 टिप्पणि

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    Abhishek Sachdeva

    मार्च 29, 2025 AT 20:42

    अश्विन की अचानक संन्यास वाली बात बिल्कुल बेवकूफ़ी है, जैसे आधे सत्र के बाद ही स्विच ऑफ कर दिया हो। टीम को ऐसे दांव पर नहीं खेलना चाहिए, यह एक ओरिजिनल मैनेजमेंट फेल्योर की निशानी है। जब तक नई पॉलिसी नहीं बनती, युवा स्पिनरों को भी इस तरह का फटकारा नहीं झेलना पड़ेगा।

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    Janki Mistry

    अप्रैल 8, 2025 AT 11:58

    टेस्ट स्पिनर डाइमेंशन में इम्पैक्ट-फ़ेज वैरिएशन और बॉल टेम्पो ग्रेडिएंट का विश्लेषण आवश्यक है

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    Akshay Vats

    अप्रैल 18, 2025 AT 03:15

    कभी क़भी खिलाड़ी को अपने करियर की ख़रीद-फ़रोख़्त का हिसाब रखना चाहिए, लेकिन अश्विन ने जस्ट एक बौद्धिक कारण दिया है जैसे उसकी रचना दिशा ख़त्म हो गयी। ऐसा बर्ताव युवा पिढ़ी को उल्टा सिग्नल देता है जो लविया कॉडेक्स के विरुद्ध है। जीवन में स्थिरता और नैतिकता को प्राथमिकता देना चाहिए।

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    Anusree Nair

    अप्रैल 27, 2025 AT 18:31

    अश्विन का फैसला सुनकर बहुत दुख हुआ, पर हमें उनके योगदान को याद रखकर आगे बढ़ना चाहिए। उनका स्पिनिंग आर्ट अभी भी कई युवा बॉलर को प्रेरित करता है। हम सब मिलकर नई पीढ़ी को बेहतर मंच दे सकते हैं।

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    Bhavna Joshi

    मई 7, 2025 AT 09:47

    समझ सकता हूँ कि आप टीम के प्रति भावना रखती हैं, पर यह भी मानना ज़रूरी है कि व्यक्तिगत आत्म-मूल्यांकन के आधार पर संन्यास लेना भी एक ज़िम्मेदार कदम है। इसलिए हमको उनकी मैसेज को सम्मान देना चाहिए।

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    Ashwini Belliganoor

    मई 17, 2025 AT 01:04

    अश्विन का संन्यास भारतीय पिच पर एक महत्वपूर्ण मोड़ को दर्शाता है परंतु इसमें कई रणनीतिक पहलू अनदेखे रह सकते है इस बदलाव से टीम को नई योजना बनानी पड़ेगी

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    Hari Kiran

    मई 26, 2025 AT 16:20

    इतने बड़े खिलाड़ी का अचानक जाना सच में दिल दहला देता है, लेकिन उनकी इच्छा का सम्मान करना भी ज़रूरी है। आशा करता हूँ कि वह अब भी क्रिकेट से जुड़े रहेंगे, शायद कोचिंग या मेंटरशिप में।

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    Hemant R. Joshi

    जून 5, 2025 AT 07:37

    रविचंद्रन अश्विन का अंतरराष्ट्रीय स्तर से संन्यास क्रिकेट जगत में एक अनपेक्षित बदलाव है।
    उनका करियर 14 वर्षों में 537 टेस्ट विकेट और 765 कुल विकेट से परिभाषित हुआ है।
    कई विशेषज्ञ उनका मानते हैं कि उनके हाथों में अभी भी कई और क्षणिक बॉल्स बची थीं।
    लेकिन अश्विन ने खुले तौर पर कहा कि उनकी ‘रचनात्मक दिशा’ में कमी महसूस हुई।
    यह बयान उनके व्यक्तिगत आत्म-विश्लेषण का परिणाम है, न कि टीम प्रबंधन की विफलता।
    इस संदर्भ में, हमें यह समझना चाहिए कि स्पिनर की भूमिका केवल विकेट लेना नहीं, बल्कि मैच की स्थितियों को नियंत्रित करना भी है।
    उनकी तकनीक में बदलाव करने की इच्छा शायद वर्तमान परिस्थितियों में संभव नहीं थी।
    गाबा की अंतिम टेस्ट में उन्होंने कुछ शानदार स्पिनिंग दिखाया, परन्तु शायद वह उन्हें संतुष्ट नहीं कर पाया।
    अब युवा स्पिनरों के पास एक बड़ा अवसर है कि वे इस खाली जगह को भरें।
    इसके साथ ही भारतीय टीम को नई रणनीति अपनाते हुए बॉलर्स के मिश्रण को पुनः व्यवस्थित करना पड़ेगा।
    कई विश्लेषकों का तर्क है कि इस संन्यास से टीम को नई ऊर्जा मिलेगी और चयनकर्ता नए चेहरों को मौका देंगे।
    हालांकि, कई प्रशंसकों को यह फैसला समझ नहीं आता कि इतने मौजुदा दंतकथात्मक खिलाड़ी ने अचानक बाय कर्टे चल दिया।
    इस परिदृश्य को देखते हुए, हमें आशा करनी चाहिए कि अश्विन अब भी क्रिकेट से जुड़ी किसी भूमिका में रहेंगे, चाहे वह एक प्रबंधक या मेंटर का हो।
    उनकी उपलब्धियों को देखते हुए कोई भी उन्हें भूल नहीं सकता, और भविष्य में उनके योगदान की विभिन्न रूपों में सराहना की जाएगी।
    अंत में, यह स्पष्ट है कि इस निर्णय में व्यक्तिगत संतोष, शारीरिक स्थिति और भविष्य की योजना का मिश्रण है।
    इसलिए यह संन्यास केवल एक अंत नहीं, बल्कि एक नए आरम्भ की ओर संकेत है।

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    guneet kaur

    जून 14, 2025 AT 22:53

    जैसे ही मैं पढ़ा कि अश्विन ने संन्यास ले लिया, मैं पहले ही कहूँगा कि यह पूरी तरह से उनकी उम्र के कारण नहीं, बल्कि उनकी खुद की सीमित सोच के कारण है; वह नहीं समझ पाए कि कैसे आधुनिक टेस्ट में विविध स्पिनर को फिट किया जाए।

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    PRITAM DEB

    जून 24, 2025 AT 14:09

    आइए हम इस बदलाव को सकारात्मक रूप से देखें और नई पीढ़ी को अवसर प्रदान करें।

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    Saurabh Sharma

    जुलाई 4, 2025 AT 05:26

    अश्विन का योगदान हमेशा याद रहेगा और आने वाले बॉलर उनके अनुभव से सीख सकते हैं हम सभी को मिलकर इस नई दिशा में कदम रखना चाहिए

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    Suresh Dahal

    जुलाई 13, 2025 AT 20:42

    श्री अश्विन जी द्वारा किए गये व्यावसायिक निर्णय को हम पूर्ण सम्मान के साथ स्वीकार करते हैं तथा उनकी भविष्य की गतिविधियों में निरंतर सफलता की कामना करते हैं।

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