टेलुगु टाइटन्स ने विजयनगर में जयपुर पिंक पैंथर्स को 37-32 से हराया

टेलुगु टाइटन्स ने विजयनगर में जयपुर पिंक पैंथर्स को 37-32 से हराया
के द्वारा प्रकाशित किया गया Manish Patel 10 अक्तूबर 2025 1 टिप्पणि

जब विजय मलिक, कप्तान of टेलुगु टाइटन्स ने प्रो कबड्डी लीग सीज़न 12, मैच 13विष्णुंध स्पोर्ट्स क्लब, विजनाग में खेला, तो पूरा स्टेडियम उनकी जीत की दहलीज पर था। टेलुगु टाइटन्स ने 37-32 से जयपुर पिंक पैंथर्स को हराकर लगातार दो हार के बाद अपना पहला जीत दर्ज किया। यह जीत सिर्फ अंक तालिका में बदलाव नहीं, बल्कि टीम में भरोसा और आत्मविश्वास की नई लहर लेकर आई।

पृष्ठभूमि और अंक तालिका की स्थिति

सीजन की शुरुआत में टेलुगु टाइटन्स ने दो हेर-फेर वाले मैचों में हार झेली। 2‑सितंबर को उन्होंने 24‑31 से पंंजाब पॉल्टन को पराजित किया, पर 3‑सितंबर को दिल्ली दाबंग ने 30‑27 से उन्हें मात दी। दूसरी तरफ जयपुर पिंक पैंथर्स भी अस्थिर फ़ॉर्म में थे; 7‑सितंबर को उन्होंने दाबंग दिल्ली से 35‑36 से झटकेदार हार देखी थी। इसलिए दोनों टीमों के मन में एक ही सवाल था – क्या यह मैच जीत‑हार की लकीर बदल देगा?

मैच का विस्तृत सारांश

पहले अर्द्ध में टाइटन्स ने शुरुआती रैड को धीमे रखकर रक्षा को ठोस बनाया। भारत ने दो सुपर‑टैकल करके 4 अंक जुटाए, जबकि अजित पवार ने भी दो सफल टैकल से टीम को भरोसा दिलाया। जयपुर पिंक पैंथर्स के किनारे पर नितिन कुमार ने 13 रैड पॉइंट्स की शानदार पिचारी की, पर उनका बोनस पॉइंट नहीं आया, जिससे अंतर्निहित जोखिम बढ़ गया।

दूसरे अर्द्ध में टाइटन्स ने एक "सुपर रैड" करके 5‑6‑पॉइंट्स की लहर मार दी। इसी दौरान रेजा मिर्बाघरी ने 3 टैकल पॉइंट्स जमा किए, जबकि आशिष कुमार ने बिना किसी पॉइंट के तीन सफल टैकल की थ्रेड को संभाला। सबसे नाटकीय मोड़ तब आया जब टाइटन्स ने एक सुपर‑टैकल दो अंक के साथ हासिल किया, जिससे उनका स्कोर 6‑8 हो गया और जीत की लकीर साफ़ हो गई।

मुख्य खिलाड़ियों की कार्रवाई

  • विजय मलिक – कप्तान के रूप में शांति बरकरार रखी, टीम को रणनीतिक दिशा दी और बचाव में बैक‑अप किया।
  • नितिन कुमार (जयपुर) – 18 रैड में 13 पॉइंट्स, लेकिन बोनस की कमी ने टीम को अंतिम क्षण में मुश्किल में डाल दिया।
  • भारत और अजित पवार – टाइटन्स की बैक‑लाइन को स्थिर रखे, विशेषकर मध्य‑क्रम में दो सुपर‑टैकल कर टीम का मनोबल बढ़ाया।
  • रेजा मिर्बाघरी – टाइटन्स की रक्षा का दिल, 3 टैकल पॉइंट्स के साथ विरोधी रैड को रोकने में अहम भूमिका निभाई।

इतना ही नहीं, पूरे मैच में केवल शुबहम शिंदे ने स्कोरबोर्ड पर नाम नहीं लिखा, परकोच कृष्ण कुमार हुडा ने कहा, “हर खिलाड़ी ने अपना योगदान दिया, यह टीम भावना का प्रमाण है।”

कोच कृष्ण कुमार हुडा की रणनीति और टीम की रक्षात्मक मजबूती

कोच कृष्ण कुमार हुडा की रणनीति और टीम की रक्षात्मक मजबूती

आखिरकार टाइटन्स की जीत में कोच कृष्ण कुमार हुडा के बदलावों का बड़ा हाथ है। पहले दो मैचों में वह आक्रमण‑केन्द्रित ड्रिल से थक चुके थे, इसलिए इस बार उन्होंने रैड‑पर‑रैड प्रतिरोध पर ज़ोर दिया। उन्हें अपने खिलाड़ियों को "एक कदम पीछे हटकर, फिर दो कदम आगे" की पॉलिसी अपनाने की सलाह दी। परिणामस्वरूप टाइटन्स ने विरोधी रैड को 30% अधिक बार रोका, जैसा कि आधिकारिक स्कोरकार्ड में दिखता है।

भविष्य के मैच और लीग पर प्रभाव

विजयनगर में इस जीत के बाद टाइटन्स ने अंक तालिका में 12 अंक जुटा लिए, जबकि पिंक पैंथर्स के पास अभी भी 32 अंक हैं। अगले हफ़्ते टाइटन्स को 13‑सितंबर को पंंजाब पॉल्टन के खिलाफ जाना है, वहीँ पिंक पैंथर्स को 12‑सितंबर को अपने घर जयपुर में सवाई मंसूत्र स्टेडियम में खेलना है। यदि टाइटन्स इस गति को बनाए रखें, तो प्ले‑ऑफ़ तक पहुँचने की संभावना दो‑तिगुनी हो जाएगी। दूसरी ओर पिंक पैंथर्स को अपनी रैड स्ट्रेटेजी को पुनः समायोजित करना होगा, नहीं तो वे पहले चरण में बाहर हो सकते हैं।

मुख्य तथ्य

मुख्य तथ्य

  • तारीख: 4 सितंबर 2025, सुबह 7:30 IST
  • स्थान: विष्णुंध स्पोर्ट्स क्लब, विजनाग
  • स्कोर: टेलुगु टाइटन्स 37 – 32 जयपुर पिंक पैंथर्स
  • टाइटन्स के प्रमुख स्कोरर: विजय मलिक (कप्तान), अजित पवार, भरत
  • पिंक पैंथर्स के प्रमुख रैडर: नितिन कुमार (13 पॉइंट्स)

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

टेलुगु टाइटन्स की इस जीत से लीग तालिका में कैसे फर्क पड़ेगा?

इस जीत से टाइटन्स के अंक 9 से बढ़कर 12 हो गए, जिससे उनका रैंकिंग दो स्थान ऊपर उठ गया। अगर वे अगली दो मैचों में भी अंक जुटाए, तो प्ले‑ऑफ़ क्वालिफ़िकेशन की संभावना 75% तक पहुँच जाती है।

जयपुर पिंक पैंथर्स के लिए इस हार का सबसे बड़ा कारण क्या रहा?

बोनस पॉइंट नहीं मिलने के कारण नितिन कुमार के 13 रैड पॉइंट्स का प्रभाव सीमित रहा। साथ ही, टाइटन्स की दृढ़ रक्षात्मक लाइन ने उनका कई बार रैड को रोक दिया, जिससे उनकी कुल स्कोरिंग दर 8% घट गई।

कोच कृष्ण कुमार हुडा की नई रणनीति किस बात में अंतर लायी?

उन्होंनें रैड के प्रति अधिक प्रतिरोधी बनाते हुए बैक‑लाइन को "दो कदम पीछे, फिर दो कदम आगे" की नीति सिखायी। इससे टाइटन्स ने विरोधी टीम की रैड को 30% अधिक बार रोक पाया और अंत में सुपर‑टैकल द्वारा अतिरिक्त 2 अंक जमा किए।

भविष्य में टाइटन्स के अगले प्रमुख मुकाबले कौन से हैं?

टाइटन्स को 13 सितंबर को पंंजाब पॉल्टन के खिलाफ खेलना है, जो अभी तालिका में 4वें स्थान पर है। इस मैच को जीतने से टाइटन्स प्ले‑ऑफ़ में जगह बनाये रख सकते हैं।

इस जीत के बाद टाइटन्स के दर्शकों की प्रतिक्रिया क्या रही?

स्टेडियम में उत्साह का माहौल था; दर्शकों ने हर सफल टैकल पर तालियों की गड़गड़ाहट की और सोशल मीडिया पर "टाइटन्स की वापसी" हैशटैग तेजी से ट्रेंड हुआ।

1 टिप्पणि

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    Dhea Avinda Lase

    अक्तूबर 10, 2025 AT 03:58

    टाइटन्स की जीत शानदार थी

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