कान्स 2024: पायल कापड़िया की 'ऑल वी इमेजिन ऐज़ लाइट' ने रचा इतिहास; मिली आठ मिनट की स्टैंडिंग ओवेशन

कान्स 2024: पायल कापड़िया की 'ऑल वी इमेजिन ऐज़ लाइट' ने रचा इतिहास; मिली आठ मिनट की स्टैंडिंग ओवेशन

कान्स फिल्म फेस्टिवल में भारतीय सिनेमा की धूम

2023 का कान्स फिल्म फेस्टिवल भारतीय सिनेमा के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ बना, जब पायल कापड़िया की फिल्म 'ऑल वी इमेजिन ऐज़ लाइट' ने इतिहास रच दिया। फिल्म के विश्व प्रीमियर के बाद इसे सभागृह में उपस्थित सभी दर्शकों ने आठ मिनट तक खड़े होकर सराहा। यह सम्मान न केवल कापड़िया के लिए बल्कि पूरी भारतीय फिल्म इंडस्ट्री के लिए गर्व का विषय है।

भारतीय महिलाओं के सिनेमा में कदम

यह पहली बार था कि किसी भारतीय महिला फिल्मकार ने कान्स में अपनी फिल्म प्रदर्शित की हो। पायल कापड़िया ने अपनी उपलब्धि पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि इसका महत्व केवल उनके नहीं बल्कि भारतीय सिनेमा के लिए भी बड़ा है। उन्होंने कहा कि भारतीय सिनेमा की समृद्धि और विविधता को दुनियाभर में पहचान मिलनी चाहिए और यह उपलब्धि उसी दिशा में एक छोटा कदम है।

फिल्म की अद्भुत कहानी

'ऑल वी इमेजिन ऐज़ लाइट' दो महिलाओं की कहानी है, जो एक बीच टाउन की सैर पर निकलती हैं। यह यात्रा उनके लिए एक प्रकार की आत्मखोज और स्वतंत्रता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होती है। फिल्म की कहानी न केवल गहराई से जुड़ी है, बल्कि दर्शकों को एक नये दृष्टिकोण से सोचने पर मजबूर करती है। यही कारण है कि इसे प्रारंभिक समीक्षाओं में 'गॉर्जियस एंड एब्सॉर्बिंग', 'ड्रीमलाइक एंड जेंटल' और 'ग्लोइंग पोर्ट्रेट ऑफ अर्बन कनेक्शन एंड अनएक्सपेक्टेड सिस्टरहुड' जैसे तारीफों से नवाजा गया है।

सफलता का पर्याय

फिल्म के रेड कार्पेट प्रीमियर के अवसर पर पायल कापड़िया सहित फिल्म की पूरी कास्ट और क्रू को अत्यंत खुशी और गर्व महसूस हुआ। सभी के चेहरों पर मुस्कान और उत्साह का माहौल था। फिल्म की शुरुआती समीक्षा से ही यह स्पष्ट है कि 'ऑल वी इमेजिन ऐज़ लाइट' ने एक नई दिशा और मानक स्थापित किए हैं।

पायल कापड़िया का सफर

पायल कापड़िया की यह फिल्म उनकी डॉक्यूमेंट्री 'ए नाइट ऑफ नोइंग नथिंग' की सफलता के बाद आई है। उनकी डॉक्यूमेंट्री को भी कान्स फिल्म फेस्टिवल में दिखाया गया था, जहां उसे गोल्डन आई अवार्ड से नवाजा गया था। पायल कापड़िया की यह नयी फिल्म उनके उत्कृष्ट फिल्म निर्देशकीय प्रतिभा का एक और प्रमाण है।

इस प्रसिद्धि और उपलब्धि ने भारतीय सिनेमा को एक नई दिशा दी है, जो केवल बॉलीवुड तक सीमित नहीं है। यह दिखाता है कि भारतीय सिनेमा की गहराई और विविधता को अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिलनी शुरू हो गई है और यह केवल शुरुआत है।

भावी आने वाले वक्त में, पायल कापड़िया जैसी कई भारतीय महिला फिल्मकार और भी ऊँचाइयों को छुएंगी और भारतीय सिनेमा को एक नई पहचान दिलाएंगी।

कान्स फिल्म फेस्टिवल में अपने नाम को सुनहरे अक्षरों में दर्ज करने के बाद, अब पायल कापड़िया की यह फिल्म आगे की कई महत्वपूर्ण चुनौती और उपलब्धियों के लिए तैयार है। उम्मीद है कि 'ऑल वी इमेजिन ऐज़ लाइट' आने वाले कई अंतरराष्ट्रीय फिल्म समारोहों में भी समान पहचान और सराही जाएगी।