ऑस्ट्रेलियाई मिक्स्ड मार्शल आर्टिस्ट रॉबर्ट व्हिटेकर ने सऊदी अरब में UFC डेब्यू इवेंट में एक ऐतिहासिक प्रदर्शन करते हुए दागेस्टानी फाइटर इक्रम अलिस्केरोव को महज 109 सेकंड में नॉकआउट कर दिया। यह मुकाबला UFC के इतिहास में एक यादगार बन गया है, क्योंकि व्हिटेकर ने बेहद कम समय में अपनी ताकत और तकनीक का प्रदर्शन कर अपने प्रतिद्वंद्वी को ढेर कर दिया।
व्हिटेकर ने इस लड़ाई को बिना किसी चेतावनी के अपने निरंतर पंचों और जबरदस्त राइट अपरकट के साथ समाप्त कर दिया, जिसने अलिस्केरोव को जमीन पर गिरा दिया। विशेष बात यह थी कि व्हिटेकर ने यह लड़ाई कम समय में स्वीकार की थी, क्योंकि उनके पहले से निर्धारित प्रतिद्वंद्वी खमज़ात चीमेएव ने कदम वापस खींच लिए थे।
फाइट के बाद व्हिटेकर ने खुद को दुनिया का सबसे अच्छा और सबसे खतरनाक मिडलवेट फाइटर घोषित किया। उन्होंने कहा कि वे कभी भी, कहीं भी लड़ने के लिए तैयार हैं और अपने अनुभव और क्षमताओं पर पूरा भरोसा है। व्हिटेकर ने कहा, 'मुझे लगता है कि मैं सबसे अच्छा हूं और यह लड़ाई इसका सबूत है।'
वर्तमान UFC मिडलवेट चैंपियन ड्रिकस डु प्लेसिस 18 अगस्त को पर्थ में UFC 305 में अपने खिताब की रक्षा करेंगे, जहां उनका मुकाबला इज़राइल अडेसान्या से होगा। इस बीच, व्हिटेकर रिजर्व फाइटर के रूप में भी उपलब्ध रह सकते हैं।
व्हिटेकर का करियर बेहतरीन रहा है, उन्होंने 2014 से अब तक 18 मुकाबले लड़े हैं और इनमें से केवल तीन बार ही हार का सामना किया है, जो सभी चैंपियनशिप फाइट्स थीं। उनका प्रदर्शन उन्हे UFC के शीर्ष फाइटरों में से एक बनाता है, और फाइट फैंस उनसे हर मुकाबले में रोमांचक और जोशीले प्रदर्शन की उम्मीद करते हैं।
इस जीत ने उन्हें एक बार फिर साबित कर दिया कि वे मिडलवेट डिवीजन में सबसे खतरनाक प्रत्याशी हैं। उनकी ताकत, तकनीक और रणनीति ने यह सुनिश्चित किया कि उनका हर पंच अपने लक्ष्य पर सही से पहुंचे और अलिस्केरोव को कुछ भी करने का मौका न मिले।
यह इवेंट सऊदी अरब के लिए भी महत्वपूर्ण था, क्योंकि यह उनका पहला UFC इवेंट था। इस मौके पर व्हिटेकर की शानदार जीत ने इस इवेंट को और भी यादगार बना दिया। सऊदी अरब के फैंस ने इस प्रदर्शन को खूब सराहा और व्हिटेकर की तारीफ की।