जब नोवाक जोकोविच, टेनिस खिलाड़ी ATP ने जेनेवा ओपनजिनेवा में ह्यूबर्ट हुरकाज़, पोलिश टेनिस प्रोफ़ाइल को 5-7, 7-6(2), 7-6(2) से हरा कर अपना 100वीं टाइटल दर्ज किया, तो खेल जगत की धड़कन एक ही रफ़्तार से धड़कती रही। 38 साल के इस सर्वरेंग सीरियाई ने अपने करियर की सबसे बड़ी पड़ाव को छू लिया और इतिहास में सिर्फ दो नाम – जिमी कॉनर्स (109 टाइटल) और रॉजर फ़ेडरर (103 टाइटल) – के बाद तिहरा बन गया।
इतिहासिक पृष्ठभूमि और 20 सीज़न का जश्न
नोवाक की पहली टाइटल 2006 के जुलाई में ऐमर्सफ़ोर्ट नीदरलैंड्स में आई थी, जहाँ उन्होंने निकोलास मासु को हराया था। वही मासु अब हुरकाज़ के कोच के रूप में मौजूद है, तो किस्मत की बात है – धरती पर दो बार मिलते‑जुलते रास्ते। 2025 तक, जोकोविच ने 20 अलग‑अलग सीज़न में कम से कम एक टाइटल जीता, जो ओपन एरा में पहला रिकॉर्ड है।
मैच का विवरण और प्रमुख क्षण
देवभूमि के क्ले कोर्ट पर दो घंटे पाँच मिनट का संघर्ष दो किलकारियों की तरह लगा। पहले सेट में हुरकाज़ ने 5-7 से शुरुआती बढ़त बना ली, पर जोकोविच ने दो टाई‑ब्रेक में जीत हासिल करके अपना शुरुआती नुकसान मोड़ दिया। तीसरे सेट में 2-4 की डिफ़िसिट के बाद, जोकोविच ने धीरज रखकर 7-6(2) से मैच को अपने कब्जे में ले लिया। यह टेनिस फैंस के लिए एक रोलर‑कोस्टर जैसा रहा – हर पॉइंट पर दिल का धड़कन तेज़।
खिलाड़ियों और कोचों के बयानों
मैच के बाद, जोकोविच ने कहा: "मैंने अपने खेल में कई चिंताएँ महसूस की थीं, खासकर क्ले पर। इस टूर पर मुझे मैच जीतने की जरूरत थी, ताकि रोलैंड गारोस जैसी बड़ी प्रतियोगिता में आत्मविश्वास रहे।" यह बात पेरिस ओलंपिक 2024पेरिस में सुनहरा पदक जीतने के बाद आने वाले नौ महीने की थकावट को दर्शाती है।
हुरकाज़ ने कहा: "नोवाक एक सच्चे लीजेंड हैं, उनकी थकान और फिर भी जीतने की ललक मुझे प्रेरित करती है।" उनके कोच निकोलास मासु ने भी जोड़ दिया कि एतिहासिक रूप से यह विरोधी हमेशा ताकतवर रहा है, और उनका अनुभव इस मैच में निर्णायक रहा।

भविष्य की राह: फ़्रेंच ओपन की तैयारी
जेनेवा जीत के बाद जोकोविच कहते हैं: "मैं अब रोलैंड गारोस के लिए पूरी तरह तैयार हूँ। मेरा लक्ष्य 25वें ग्रैंड स्लैम शीर्षक को छूना है और चौथा फ्रेंच ओपन जीतना है।" वर्तमान विश्व क्रमांक जैनिक सिन्नर के साथ प्रतिस्पर्धा भी तेज़ हो रही है, क्योंकि सिन्नर ने अक्टूबर 2024 में शंघाई में जोकोविच को फ़ाइनल में हराया था। फिर भी जोकोविच का मानना है कि उनका "परफेक्ट टेनिस" अभी भी संभव है, बशर्ते फिटनेस और मानसिक तैयारी सही रहे।
टेनिस की पीढ़ीगत बदलते रंग
राफ़ेल नडाल की हालिया घोषणा ने कई लोगों को आश्चर्यचकित किया, लेकिन जोकोविच ने कहा: "मैं हर टूर्नामेंट को अपने मुक़ाबले के रूप में देखता हूँ, चाहे वह युवा स्टार हों या मेरे जैसे वर्टिगो।" यह विचार इस बात की ओर इशारा करता है कि टेनिस में जनरेशन बदलाव तो आयामिक है, पर लीडरशिप और जीत का दायरा कई सालों तक जारी रह सकता है।

मुख्य तथ्य
- जोकोविच ने अपना 100वाँ टूर‑लेवल टाइटल 24 मई 2025 को जीता।
- मैच की अवधि 3 घंटे 5 मिनट, टूर्नामेंट की सबसे लंबी लड़ाई।
- यह जीत उन्हें 20 अलग‑अलग सीज़न में टाइटल जीतने वाला पहला खिलाड़ी बनाती है।
- पहले 99 टाइटल्स के बाद नौ महीने की प्रतीक्षा के बाद यह सफलता मिली।
- जोकोविच अब रोलैंड गारोस में अपनी 4थी फ्रेंच ओपन जीत के लिए तैयार हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
यह 100वीं टाइटल जोकोविच के करियर में क्यों महत्वपूर्ण है?
टेनिस इतिहास में केवल दो खिलाड़ी (जिमी कॉनर्स और रॉजर फ़ेडरर) ने 100 से अधिक टाइटल हासिल किए हैं। 100वीं जीत न केवल व्यक्तिगत माइलस्टोन है, बल्कि यह दर्शाता है कि जोकोविच ने दो दशकों से अधिक समय तक शीर्ष स्तर पर स्पीड, फिटनेस और रणनीति को बनाए रखा है। यह जीत उनका आत्मविश्वास बढ़ाती है, खासकर फ्रेंच ओपन की तैयारी में।
जेनेवा ओपन में इस मैच की कठिनाई क्या थी?
कोर्ट क्ले था, जो जोकोविच के लिए आमतौर पर धीमा नहीं होता। साथ ही, हुरकाज़ ने शुरुआती सेट से ही दबाव बनाया। दो टाई‑ब्रेक में जीतना और तीसरे सेट में 2‑4 की कमी को पाटना, शारीरिक और मानसिक दोनों स्तर पर चुनौतीपूर्ण था। इस कारण मैच की अवधि भी सबसे लंबी रही।
रोलैंड गारोस में जोकोविच की क्या उम्मीदें हैं?
जोकोविच ने कहा कि वह अपनी 25वीं ग्रैंड स्लैम जीतना चाहता है और चौथा फ्रेंच ओपन खिताब जोड़ना चाहता है। जेनेवा की जीत ने उन्हें क्ले पर आत्मविश्वास दिया है, इसलिए विशेषज्ञ मानते हैं कि वह इस साल के रोलैंड गारोस में भी अच्छा प्रदर्शन करेंगे।
हुरकाज़ के कोच निकोलास मासु की भूमिका क्या रही?
मासु, जो पहले जोकोविच के शुरुआती प्रतिद्वंद्वी थे, अब हुरकाज़ को रणनीतिक मारगदर्शन दे रहे हैं। उन्होंने मैच में विशिष्ट बिंदुओं पर हुरकाज़ को अधिक आक्रामक खेलने की सलाह दी, पर अंत में जोकोविच की पावर और अनुभव ने उन्हें पछाड़ दिया।
टेनिस की पीढ़ीगत बदलाव में यह जीत क्या दर्शाती है?
यह जीत दर्शाती है कि अनुभवी खिलाड़ी अभी भी नई पीढ़ी के स्टार्स को मात दे सकते हैं। नडाल के रिटायर होने के बाद, जोकोविच जैसे दिग्गजों की उपस्थिति टेनिस में प्रतिस्पर्धात्मक स्तर को ऊँचा रखेगी, जबकि युवा खिलाड़ी जैसे जैनिक सिन्नर और जाकुब मेन्सिक भी अपना दबदबा स्थापित कर रहे हैं।
Sung Ho Paik
अक्तूबर 6, 2025 AT 04:18नोवाक की 100वीं टाइटल देख कर मैं गहरी सोच में डूब गया 😊। यह सिर्फ एक आँकड़ा नहीं, बल्कि कठिन परिश्रम और दृढ़ता का प्रमाण है। एक कोच के नाते, मैं हमेशा युवा खिलाड़ियों को यही सलाह देता हूँ कि दृढ़ रहो और हर मैच को जीतो। जोकोविच की मानसिक शक्ति युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणा है। चलो, इस जीत को अपने खेलने की शैली में आत्मसात करें।