विश्व तंबाकू निषेध दिवस का उद्देश्य हमेशा से ही तंबाकू के दुष्प्रभावों के बारे में जागरूकता फैलाना रहा है। तंबाकू की लत एक गंभीर समस्या है जो विशेष रूप से युवाओं को प्रभावित करती है। नौ में से दस तंबाकू उपयोगकर्ता अपनी आदतें 18 साल की उम्र से पहले ही शुरू कर देते हैं। ऐसे में, उन्हें तंबाकू छोड़ने के लिए प्रेरित करना न केवल संभव है बल्कि आवश्यक भी है।
तंबाकू छोड़ना चुनौतीपूर्ण है और इसे छोड़ने के लिए औसतन 30 प्रयासों की आवश्यकता होती है। यह दिखाता है कि तंबाकू की लत कितनी गहरी और कठिन हो सकती है। तंबाकू के उपयोग से न केवल स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ता है, बल्कि यह सामाजिक और आर्थिक दृष्टि से भी हानिकारक है। युवाओं को इस लत से बचाने के लिए बड़े पैमाने पर प्रयासों की आवश्यकता है।
सबसे पहले, तंबाकू के विपणन पर सख्त नियमन जरूरी है। तंबाकू उत्पादों के साधारण पैकेजिंग, स्वाद और प्रचारक तत्वों पर प्रतिबंध, और धूम्रपान मुक्त क्षेत्र बनाना बेहद आवश्यक है। तंबाकू उत्पादों के रंग-बिरंगे और आकर्षक विज्ञापन युवाओं को आसानी से प्रभावित कर सकते हैं। इन्हें रोकने के लिए सख्त कानून बनाए जाने चाहिए, ताकि युवा और बच्चे इस धोखे से बच सकें।
दूसरा प्रमुख कदम है तंबाकू उत्पादों पर कराधान को प्रभावी बनाना। इसमें यह सुनिश्चित करना है कि सभी प्रकार के तंबाकू उत्पादों पर समान रूप से कर लगाया जाए और यह कर पड़ोसी देशों के स्तर के अनुरूप हो। इससे तंबाकू उत्पादों की कीमतें बढ़ेंगी और यह युवाओं के लिए कम सुलभ होंगी। कीमत में वृद्धि से तंबाकू छोड़ने की संभावना भी बढ़ जाती है।
तीसरा महत्वपूर्ण कदम तंबाकू के नकारात्मक प्रभावों के प्रसार को बढ़ाना है। तंबाकू उद्योग की रणनीतियों को उजागर करना, पर्यावरण पर धूम्रपान के प्रभावों को सामने लाना, और स्वास्थ्य संबंधी सटीक और प्रासंगिक चेतावनियों का प्रसार करना आवश्यक है। तंबाकू उपयोग के दुष्प्रभावों के बारे में जागरूकता बढ़ाने से युवा और अधिक सशक्त हो सकते हैं और वे इसका उपयोग छोड़ने के लिए प्रेरित हो सकते हैं।
विश्व स्वास्थ्य संगठन का तंबाकू नियंत्रण के लिए फ्रेमवर्क कंवेंशन (WHO Framework Convention on Tobacco Control) निकोटीन उपयोग को कम करने का लक्ष्य रखता है, लेकिन वर्तमान में उठाए जा रहे कदम पर्याप्त नहीं हैं। निर्णयकर्ताओं और सामाजिक कार्यकर्ताओं को मिलकर अधिक कठोर कदम उठाने होंगे ताकि भविष्य की पीढ़ियों को तंबाकू के दुष्प्रभावों से बचाया जा सके।