शेयर गिरावट से एनविडिया ने खोया विश्व की सबसे महंगी कंपनी का खिताब

शेयर गिरावट से एनविडिया ने खोया विश्व की सबसे महंगी कंपनी का खिताब

एनविडिया की स्टॉक गिरावट से कंपनी को बड़ा झटका

अमेरिकी चिप निर्माता एनविडिया को उसकी स्टॉक गिरावट ने एक बड़ा झटका दिया है। सोमवार को कंपनी के शेयर की कीमत में 6.7% की कमी आई, जिससे यह करीब $118 पर आ गई। पिछले गुरुवार को इसके सर्वकालिक उच्च स्तर $140 से तुलना करने पर यह 16% की गिरावट है। इस गिरावट ने एनविडिया के मूल्यांकन से लगभग $550 बिलियन मिटा दिया और इसके कारण कंपनी माइक्रोसॉफ्ट और एप्पल के पीछे तीसरे स्थान पर आ गई।

ग्राफिक प्रोसेसिंग यूनिट्स की मांग से एनविडिया का हुआ था उछाल

पिछले कुछ समय से एनविडिया के शेयर को तीव्र उछाल मिल रही थी। इसका प्रमुख कारण ग्राफिक प्रोसेसिंग यूनिट्स (GPUs) की बढ़ती मांग थी, जो आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस मॉडल्स को ट्रेन करने और उन्नत चित्रण बनाने के लिए आवश्यक हैं। एनविडिया की इस बढ़ती मांग ने उसे नए उच्च स्तर तक पहुंचाया था, लेकिन हाल की गिरावट ने उस उछाल को धक्का दिया है।

कंपनी के सीईओ ने बेचे अपने शेयर

कंपनी के सीईओ, जेन्सन हुआंग, ने पिछले हफ्ते अपने लगभग $95 मिलियन मूल्य के शेयर बेच दिए थे। यह कदम निवेशकों के बीच चिंता का विषय बना और इसका भी प्रभाव स्टॉक की कीमत पर पड़ा। हालांकि, एनविडिया की आगामी योजनाओं ने विश्लेषकों को विश्वास में रखा हुआ है। कंपनी अपने नए और उन्नत चिप 'ब्लैकवेल' के रिलीज की तैयारी में है, जो हूपर तकनीक का उत्तराधिकारी होगा।

आने वाले समय में उज्जवल भविष्य

हालांकि स्टॉक की वर्तमान में गिरावट है, लेकिन ज्यादातर विश्लेषक एनविडिया के भविष्य को लेकर आशावादी बने हुए हैं। उनका मानना है कि कंपनी के नए उत्पाद 'ब्लैकवेल' की लॉन्चिंग आने वाले समय में कंपनी को फिर से उच्च शिखर पर पहुंचा सकती है।

माइक्रोसॉफ्ट और एप्पल का मजबूत प्रदर्शन

माइक्रोसॉफ्ट और एप्पल का मजबूत प्रदर्शन

एनविडिया की गिरावट का लाभ माइक्रोसॉफ्ट और एप्पल को मिला क्योंकि वे अब क्रमशः पहले और दूसरे स्थान पर आ गए हैं। माइक्रोसॉफ्ट और एप्पल ने अपने मजबूत व्यापार मॉडलों और नवीनतम तकनीकी प्रगति के माध्यम से उच्च मूल्यांकन बनाए रखा है।

सभी नज़रें अब एनविडिया पर टिकी होंगी क्योंकि यह देखना होगा कि कंपनी इस गिरावट से कैसे उबरती है और अपने शेयरधारकों का विश्वास कैसे बहाल करती है। आगामी 'ब्लैकवेल' चिप की लॉन्चिंग और उसके प्रदर्शन पर भी सभी की निगाहें लगी होंगी।

इस घटना ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि शेयर बाजार में स्थिति कितनी अनिश्चित हो सकती है और सार्थक नवाचार के बावजूद, बाजार की स्थिति कभी भी बदल सकती है।