खर जिमखाना ने जेमीमा रोड्रिगेज की सदस्यता रद्द की: पिता पर धार्मिक रूपांतरण के आरोप

खर जिमखाना ने जेमीमा रोड्रिगेज की सदस्यता रद्द की: पिता पर धार्मिक रूपांतरण के आरोप
के द्वारा प्रकाशित किया गया Manish Patel 26 सितंबर 2025 0 टिप्पणि

मुंबई के सबसे पुराने क्लबों में से एक, खर जिमखाना, ने हाल ही में एक बड़ा कदम उठाया। क्लब की वार्षिक जनरल मीटिंग में सभी सदस्यों ने एक सदन निर्याण प्रस्ताव को बिना किसी आपत्ति के पास कर दिया, जिससे भारतीय महिला क्रिकेट टीम की स्टार बॅटर Jemimah Rodrigues की तीन साल की सम्मान सदस्यता रद्द हो गई।

विवाद की पृष्ठभूमि

जेमीमा को 2022 में क्लब ने उनके खेल के योगदान और सामाजिक प्रतिष्ठा को देखते हुए सम्मान सदस्यता दी थी। लेकिन कुछ सदस्यों ने दो साल से अधिक समय तक क्लब के प्रेसीडेंशियल हॉल में इवान रोड्रिगेज, जेमीमा के पिता, द्वारा आयोजित 35 कार्यक्रमों के बारे में शिकायतें दर्ज कीं। इन कार्यक्रमों को Brother Manuel Ministries नामक एक धार्मिक समूह के सहयोग से चलाया गया बताया गया।

शिव माल्होत्रा, जिमखाना के प्रबंध समिति के सदस्य, ने बताया कि उन्होंने "डांसिंग, महंगे संगीत उपकरण, बड़े स्क्रीन" देखे थे, जो सामान्य सामाजिक सभाओं से अलग थे। उन्होंने कहा, "हमें पता चला कि वे यहाँ धार्मिक रूपांतरण के लिए काम कर रहे हैं, जबकि हमारे नियम 4A में स्पष्ट रूप से कोई भी धार्मिक गतिविधि निषिद्ध है।"

सदस्यता रद्दी का असर और प्रतिक्रिया

सदस्यता रद्दी का असर और प्रतिक्रिया

क्लब के अध्यक्ष विवेक देवनानी ने मीटिंग में कहा, "जेमीमा की सम्मान सदस्यता को हम इस कारण से रद्द कर रहे हैं कि क्लब के नियमों का उल्लंघन हुआ है।" इस निर्णय के बाद कई मीडिया आउटलेट्स ने इवान और जेमीमा से टिप्पणियाँ लेने की कोशिश की, लेकिन कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली।

  • इवान रोड्रिगेज ने सोशल मीडिया पर यह कहा कि उन्होंने कोई भी नियम तोड़ा नहीं और सभी शुल्क समय पर चुका दिए।
  • उन्होंने कहा, "हमें झूठी आरोपों और गलत सूचना से बहुत निराशा हुई है। हमारी केवल इबादत है, कोई असुविधा नहीं पैदा की।"

इस विवाद का समय ऐसा भी आया जब भारतीय महिला क्रिकेट टीम का विश्व कप में प्रदर्शन ठीक नहीं चल रहा था, जिससे जेमीमा को दोहरी आलोचना का सामना करना पड़ रहा है।

खर जिमखाना के संविधान के नियम 4A में स्पष्ट है कि क्लब के परिसर में किसी भी प्रकार की धार्मिक गतिविधि निषिद्ध है। यही आधार लेकर सदस्यता रद्दी का फैसला अनिवार्य माना गया, और अधिकांश सदस्यों ने इसका समर्थन किया।