मुंबई के सबसे पुराने क्लबों में से एक, खर जिमखाना, ने हाल ही में एक बड़ा कदम उठाया। क्लब की वार्षिक जनरल मीटिंग में सभी सदस्यों ने एक सदन निर्याण प्रस्ताव को बिना किसी आपत्ति के पास कर दिया, जिससे भारतीय महिला क्रिकेट टीम की स्टार बॅटर Jemimah Rodrigues की तीन साल की सम्मान सदस्यता रद्द हो गई।
विवाद की पृष्ठभूमि
जेमीमा को 2022 में क्लब ने उनके खेल के योगदान और सामाजिक प्रतिष्ठा को देखते हुए सम्मान सदस्यता दी थी। लेकिन कुछ सदस्यों ने दो साल से अधिक समय तक क्लब के प्रेसीडेंशियल हॉल में इवान रोड्रिगेज, जेमीमा के पिता, द्वारा आयोजित 35 कार्यक्रमों के बारे में शिकायतें दर्ज कीं। इन कार्यक्रमों को Brother Manuel Ministries नामक एक धार्मिक समूह के सहयोग से चलाया गया बताया गया।
शिव माल्होत्रा, जिमखाना के प्रबंध समिति के सदस्य, ने बताया कि उन्होंने "डांसिंग, महंगे संगीत उपकरण, बड़े स्क्रीन" देखे थे, जो सामान्य सामाजिक सभाओं से अलग थे। उन्होंने कहा, "हमें पता चला कि वे यहाँ धार्मिक रूपांतरण के लिए काम कर रहे हैं, जबकि हमारे नियम 4A में स्पष्ट रूप से कोई भी धार्मिक गतिविधि निषिद्ध है।"
सदस्यता रद्दी का असर और प्रतिक्रिया
क्लब के अध्यक्ष विवेक देवनानी ने मीटिंग में कहा, "जेमीमा की सम्मान सदस्यता को हम इस कारण से रद्द कर रहे हैं कि क्लब के नियमों का उल्लंघन हुआ है।" इस निर्णय के बाद कई मीडिया आउटलेट्स ने इवान और जेमीमा से टिप्पणियाँ लेने की कोशिश की, लेकिन कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली।
- इवान रोड्रिगेज ने सोशल मीडिया पर यह कहा कि उन्होंने कोई भी नियम तोड़ा नहीं और सभी शुल्क समय पर चुका दिए।
- उन्होंने कहा, "हमें झूठी आरोपों और गलत सूचना से बहुत निराशा हुई है। हमारी केवल इबादत है, कोई असुविधा नहीं पैदा की।"
इस विवाद का समय ऐसा भी आया जब भारतीय महिला क्रिकेट टीम का विश्व कप में प्रदर्शन ठीक नहीं चल रहा था, जिससे जेमीमा को दोहरी आलोचना का सामना करना पड़ रहा है।
खर जिमखाना के संविधान के नियम 4A में स्पष्ट है कि क्लब के परिसर में किसी भी प्रकार की धार्मिक गतिविधि निषिद्ध है। यही आधार लेकर सदस्यता रद्दी का फैसला अनिवार्य माना गया, और अधिकांश सदस्यों ने इसका समर्थन किया।
Janki Mistry
सितंबर 26, 2025 AT 10:53Jemimah Rodrigues की सदस्यता रद्दी पर क्लब की नीति का प्रवर्तन स्पष्ट है; नियम 4A के तहत धार्मिक गतिविधियों के प्रतिबंध का उल्लंघन हुआ। इस कारण से अनुशासनात्मक कार्रवाई आवश्यक है।
Akshay Vats
अक्तूबर 8, 2025 AT 00:40धार्मिक स्वरूप में क्लब की संपत्ति का दुरुपयोग निंदनीय है जबकि सदस्यता विशेषाधिकार केवल खेल के योगदान के लिये दिया गया था। ऐसे रवैये को सामाजिक मानदंडों के विपरीत माना जाता है।
Anusree Nair
अक्तूबर 19, 2025 AT 14:27समुदाय में शांति बनाए रखने के लिये हम सभी को नियमों का सम्मान करना चाहिए; खेल की भावना और सांस्कृतिक विविधता को हमें एक साथ लेकर चलना चाहिए।
Bhavna Joshi
अक्तूबर 31, 2025 AT 03:13विचारधारा के सहमे में धार्मिक कार्यक्रमों को क्लब के प्रीमिस में सम्मिलित करना नीतिगत टक्कर पैदा करता है; इस प्रकार के उल्लंघन से सदस्यता निरसन वैध सिद्धांत पर आधारित है।
Ashwini Belliganoor
नवंबर 11, 2025 AT 17:00क्लब के संविधान के प्रावधानों को देखते हुए यह निर्णय अनुशासनात्मक कदम के रूप में उचित प्रतीत होता है
Hari Kiran
नवंबर 23, 2025 AT 06:47मैं समझता हूँ कि यह निर्णय कठिन है लेकिन नियमों का पालन सभी के लिए समान सुरक्षा सुनिश्चित करता है।
Hemant R. Joshi
दिसंबर 4, 2025 AT 20:33खर जिमखाना का यह कदम न केवल क्लब के संविधान की रक्षा करता है, बल्कि एक व्यापक सामाजिक संदेश भी देता है।
नियम 4A स्पष्ट रूप से धार्मिक गतिविधियों को प्रतिबंधित करता है, जिससे क्लब का सार्वजनिक स्वरूप रखा जाता है।
जेमीमा रोड्रिगेज का क्रिकेट में योगदान असीमित है, लेकिन सदस्यता के मानदंड केवल खेल पर आधारित नहीं होते।
संसद के बहुमत ने सदन निर्याण प्रस्ताव को समर्थन दिया, जो लोकतांत्रिक प्रक्रिया का प्रतिबिंब है।
धार्मिक समूहों द्वारा आयोजित कार्यक्रमों को क्लब के प्रेसीडेंशियल हॉल में संचालित करना, संस्थागत तंत्र के मूल सिद्धांतों के खिलाफ है।
उच्च श्रेणी के संगीत उपकरण और बड़े स्क्रीन का उपयोग, सामाजिक समारोहों की बजाय प्रेरक उपक्रमों की ओर संकेत करता है।
यह तर्कसंगत है कि किसी भी संस्था को अपनी बुनियादी नीति से विचलित नहीं होना चाहिए, अन्यथा उसकी विश्वसनीयता कम हो जाएगी।
यदि क्लब नियमों को अनदेखा करता, तो भविष्य में समान प्रकार की अनियमितताएँ उत्पन्न हो सकती थीं।
सदस्यों की अब तक की प्रतिबद्धता और वित्तीय योगदान को देखते हुए, कार्रवाई में पारदर्शिता आवश्यक है।
जेमीमा की ओर से व्यक्तिगत प्रतिक्रिया नहीं मिली, लेकिन यह उनकी निजी पसंद का सम्मान भी दर्शाता है।
इवान रोड्रिगेज ने कहा कि उन्होंने कोई नियम नहीं तोड़ा, परन्तु संस्थागत निरीक्षण ने अलग निष्कर्ष निकाला।
इस संदर्भ में, क्लब के अध्यक्ष ने स्पष्ट रूप से कहा कि नियमों की निगरानी अनिवार्य है।
विचारों की विविधता को स्वागत किया जाता है, परन्तु उन्हें क्लब के कानूनी ढांचे के भीतर ही व्यक्त किया जाना चाहिए।
क्रिकेट समुदाय को इस निर्णय पर एकजुट होना चाहिए, क्योंकि खेल और सामाजिक मानदंडों का संतुलन आवश्यक है।
अंत में, यह कहा जा सकता है कि इस प्रकार की कार्यवाही से भविष्य में समान विवादों को रोकने की आशा बनी रहती है।
guneet kaur
दिसंबर 16, 2025 AT 10:20यह निर्णय बेतुका है और पूरे क्लब की प्रतिष्ठा को धूमिल करता है।