बॉलीवुड अभिनेत्री रवीना टंडन और उनके ड्राइवर पर बांद्रा के कार्टर रोड इलाके में एक गुस्साई भीड़ ने हमला किया। इस घटना को लेकर इलाके में काफी हंगामा हुआ, जिसमें भीड़ ने आरोप लगाया कि रवीना और उनके ड्राइवर ने तीन महिलाओं पर हमला किया।
यह घटना तब सामने आई जब एक वीडियो वायरल हो गया, जिसमें भीड़ रवीना और उनके ड्राइवर पर हमले का आरोप लगा रही थी। इस वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि रवीना जब अपनी गाड़ी से बाहर आती हैं तो भीड़ में से एक व्यक्ति उन पर वार करता है और उन्हीं के ड्राइवर पर उसकी मां को मारने-पीटने का आरोप लगाता है।
शिकायतकर्ता मोहम्मद ने दावा किया है कि रवीना के ड्राइवर ने उसकी मां और बेटी के साथ दुर्व्यवहार और मारपीट की है, जिसके कारण यह विवाद उत्पन्न हुआ। पुलिस के अनुसार, यह घटना जब घटी तब मौके पर कोई पुलिसकर्मी नहीं था, इसलिए तत्काल कोई मामला दर्ज नहीं हो सका।
घटना के समय रवीना और उनके ड्राइवर पर शामिल भीड़ रोष और गुस्से में थी। उनके आरोपों में खास तौर पर यह कहा गया कि रवीना के ड्राइवर ने तीन महिलाओं के साथ अभद्र व्यवहार किया और हाथापाई भी की। इस आरोप ने मामला और भी संगीन बना दिया।
रवीना ने खुद को बचाने की कोशिश की और स्थिति को संभालने का प्रयास किया, लेकिन भीड़ ने उनके इस प्रयास को स्वीकार नहीं किया, और खुद ही न्याय करने का प्रयास किया। रवीना के ड्राइवर ने अपनी सफाई में बताया कि उस पर लगाए गए सभी आरोप गलत हैं और वह निर्दोष है।
मामले की जांच कर रही हैं खार पुलिस ने बयान दिया है कि किसी भी पक्ष को कोई गंभीर चोट नहीं आई है और न ही कोई ऐसी सबूत मिला है जिससे यह साबित हो सके कि रवीना का ड्राइवर शराब के नशे में था या लापरवाही से गाड़ी चला रहा था। पुलिस ने इस मामले में कोई एफआईआर दर्ज नहीं की है, बल्कि एक स्टेशन डायरी प्रविष्टि के माध्यम से मामला दर्ज किया है।
खार पुलिस थाने के डिप्टी कमिश्नर ऑफ पुलिस (जोन 9) राज तिलक रौशन ने बताया कि दोनों पक्षों ने शनिवार रात को पुलिस स्टेशन में आकर अपने बयान दिए और इस मामले पर चर्चा की। दोनों पक्षों के बीच समझौता हो जाने के कारण पुलिस ने अब तक किसी भी प्रकार की एफआईआर दर्ज नहीं की है। हालांकि, पुलिस मामले की जांच में जुटी है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि किसी प्रकार की कोई गंभीर घटना भविष्य में ना हो।
घटना के बाद, रवीना टंडन और मोहम्मद दोनों ने आपसी सहमति से मामले को सुलझाने का फैसला लिया। पुलिस ने इस बात की पुष्टि की है कि इस मुद्दे को दोनों पक्षों ने मिलकर सुलझा लिया है और कोई भी पक्ष आगे की लड़ाई नहीं लड़ना चाहता।
यह घटना दर्शाती है कि कानून और व्यवस्था की स्थिति कितनी नाजुक हो सकती है जब लोग अपनी समस्या को सड़कों पर खुद सुलझाने का प्रयास करते हैं। रवीना टंडन जैसे सेलिब्रिटी के मामले में भी अगर ऐसी घटनाएं हो सकती हैं, तो यह आम जनता के लिए एक संकेत हो सकता है कि वे भी सुरक्षित नहीं हैं।
कहा जा सकता है कि स्थिति को तनावपूर्ण होने से बचाने के लिए पुलिस और नागरिकों के बीच उचित संवाद और समाधान की आवश्यकता है। मामले की सही जानकारी और न्यायपूर्ण निर्णय सुनिश्चित करने के लिए पुलिस की प्रक्रिया का पालन करना बहुत महत्वपूर्ण है।