गौतम अदानी ने मुकेश अंबानी को पीछे छोड़कर एशिया के सबसे अमीर व्यक्ति का खिताब अपने नाम कर लिया है। ब्लूमबर्ग बिलियनेयर्स इंडेक्स के ताज़ा आंकड़ों के अनुसार, अदानी की कुल संपत्ति $111 बिलियन पर पहुँच गई है, जबकि अंबानी की संपत्ति $109 बिलियन पर मंद रही। अदानी इस समय विश्व स्तर पर 11वें स्थान पर काबिज़ हैं, जबकि अंबानी 12वें नम्बर पर हैं। इसके पीछे कारण अदानी समूह के स्टॉक्स में आई जबरदस्त उछाल को माना जा रहा है।
अदानी समूह के शेयरों में शुक्रवार को करीब 14% की वृद्धि दर्ज की गई, जिससे समूह का मार्केट कैपिटलाइजेशन 17.51 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया। यह उछाल अदानी समूह की कंपनियों के शेयरों में आए शानदार प्रदर्शन के कारण हुआ है। हालांकि, 2023 में हिन्डेनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट के बाद गौतम अदानी को कठिनाइयों का सामना करना पड़ा था, जिसके चलते उनकी संपत्ति में भारी कमी आई थी, लेकिन अब अदानी ने न केवल उन कठिनाइयों को पार किया है, बल्कि अपनी पूर्व संपत्ति से भी अधिक वृद्धि की है।
गौतम अदानी की यह उपलब्धि उनके अब तक के व्यापारिक सफर का प्रमाण है। 1988 में अपनी खुद की कंपनी शुरू करने से लेकर आज के समय में एशिया के सबसे अमीर व्यक्ति बनने तक, अदानी ने कई संघर्ष और चुनौतियों का सामना किया है। अदानी समूह ने विभिन्न क्षेत्रों में कदम रखा, जिसमें मुख्य रूप से कमोडिटीज, इंफ्रास्ट्रक्चर, और ऊर्जा शामिल हैं। उनके इस विविधिकृत व्यापार मॉडल ने उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सफलता दिलाई है।
2023 में हिन्डेनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट ने अदानी समूह की कंपनियों पर सवाल उठाए थे, जिसके परिणामस्वरूप अदानी की संपत्ति में भरी गिरावट आई थी। लेकिन, उन कठिनाइयों के बावजूद, अदानी ने अपनी काबिलियत दिखाते हुए न केवल यह संकट पार किया, बल्कि अपनी संपत्ति में नई ऊंचाइयाँ हासिल की। अदानी का ये बढ़ता रुतबा उनके उत्कृष्ट विकास और विस्तार की शक्ति को दर्शाता है।
अदानी समूह के लिए भविष्य की संभावनाएँ भी काफी उज्ज्वल दिख रही हैं। उनके वर्तमान व्यापार मॉडल और नयी योजनाओं के साथ, अदानी समूह और अधिक ऊंचाइयाँ प्राप्त कर सकता है। इसके अतिरिक्त, अदानी ने अपने व्यापारिक साम्राज्य का विस्तार करने के लिए कई नयी नीतियों और स्ट्रेटजिक कदम उठाए हैं, जो आने वाले वर्षों में उनकी अग्रणी स्थिति को और मजबूत कर सकते हैं।