यूरो 2024 के ग्रुप बी के मुकाबले में स्पेन ने इटली को 1-0 से हराकर अपने बेहतरीन प्रदर्शन की झलक दिखाई। इस मैच के दोरान स्पेन की टीम ने पहले ही मिनट से दबदबा बनाए रखा और इटली की डिफेंस को जोरदार चुनौती दी। स्पेन की टीम द्वारा दागे गए कई शुरुआती शॉट्स को इटली के मशहूर गोलकीपर जियानलुइगी डोनारुम्मा ने शानदार बचाव करते हुए गोल में बदलने से रोक दिया।
निको विलियम्स ने इटली की रक्षा को लगातार दबाव में रखा। दूसरे हाफ में, विलियम्स के एक नीचले क्रॉस पर इटली के खिलाड़ी रिक्कार्डो कलेफियोरी ने आत्मघाती गोल कर दिया, जिससे स्पेन को 1-0 की बढ़त मिल गई। इस गोल के बाद भी स्पेन की टीम ने अपने आक्रामक खेल से सभी को प्रभावित किया।
स्पेन की एक और बड़ी जीत के बीच उनकी कठिन फिनिशिंग और डोनारुम्मा के हीरोइक प्रदर्शन ने इटली को खेल में बनाए रखा। स्पेन की टीम, जिसने अपने पहले मुकाबले में क्रोएशिया को 3-0 से हराया था, ने 2008 की अपनी प्रभावशाली टीम की यादें ताजा कीं।
रोड्री ने मिडफील्ड में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिनकी सहायता से पेड्री, लामिन यामाल और निको विलियम्स अपनी कला को खुलकर प्रदर्शित कर सके। स्पेन की इस जीत ने उन्हें टूर्नामेंट के अंतिम 16 में स्थान दिलाया और टीम ने 12 साल की टूर्नामेंट की अनुपलब्धि को समाप्त करने की दिशा में मजबूती से कदम बढ़ाया।
मैच में लामिन यामाल और निको विलियम्स ने सराहनीय प्रदर्शन किया और कई बार गोल करने का प्रयास भी किया। दूसरी ओर, इटली की टीम मुख्य रूप से आउटक्लास होती नजर आई, जिनके पास केवल एक शॉट ही टारगेट पर था।
मैच के अंत में, डोनारुम्मा ने आखिरी क्षणों में आयोजे पेरेज के साथ एक-ऑन-वन स्थिति में बेस्ट सेव करते हुए स्पेन के स्कोर को और बड़ा होने से रोका। इस बेहतरीन प्रदर्शन के बावजूद, अंततः स्पेन ने 1-0 की जीत हासिल कर अंतिम-16 में अपना स्थान पक्का कर लिया।
इस जीत के साथ स्पेन की टीम ने यह स्पष्ट कर दिया कि वह यूरोप के इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट में एक मजबूत दावेदार के रूप में उभर रही है। इस जीत ने न केवल उन्हें ग्रुप बी के शीर्ष पर ला खड़ा किया है बल्कि उन्हें 12 साल के सूखे को समाप्त करने की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम बढ़ाने का अवसर दिया है।
फुटबॉल प्रेमियों के लिए यह मुकाबला वाकई में रोमांचक और यादगार साबित हुआ। स्पेन की टीम की यह जीत उनके फैंस के लिए भी गर्व का क्षण थी। अब देखना यह होगा कि अंतिम-16 के मुकाबलों में स्पेन की यह फॉर्म कितनी टिकी रहती है और वे टूर्नामेंट में कितनी आगे बढ़ पाते हैं।