युध्रा रिव्यू: सिद्धांत चतुर्वेदी और राघव जुयाल की दमदार अदाकारी के बावजूद, मध्यम पटकथा के कारण फिल्म कमजोर

युध्रा रिव्यू: सिद्धांत चतुर्वेदी और राघव जुयाल की दमदार अदाकारी के बावजूद, मध्यम पटकथा के कारण फिल्म कमजोर
के द्वारा प्रकाशित किया गया Manish Patel 21 सितंबर 2024 0 टिप्पणि

युध्रा: एक प्रायोगिक प्रयास

रवि उद्यावार द्वारा निर्देशित और रितेश सिधवानी और फरहान अख्तर द्वारा निर्मित 'युध्रा' एक प्रायोगिक तरीके से बनाई गई मनोवैज्ञानिक एक्शन फिल्म है। इसमें सिद्धांत चतुर्वेदी के नेतृत्व में एक फिल्म जो दर्शकों को बांधने में सफल होती है, परंतु इसकी कमजोर कहानी के कारण यह फिल्म दर्शकों पर पूरा प्रभाव नहीं डाल पाती।

सिद्धांत चतुर्वेदी का युध्रा के रूप में दमदार अभिनय और राघव जुयाल का शफीक के रूप में अनेक रूपों में बदलता खलनायक का किरदार इस फिल्म को एक अलग आयाम देता है। मालविका मोहनन भी निकहत के रूप में अपने किरदार में एक प्रभावी छाप छोड़ती हैं। इसके अलावा, राम कपूर और गजराज राव जैसे अनुभवी कलाकारों का इस फिल्म में शामिल होना इसे और भी विशेष बनाता है।

जानदार प्रदर्शन लेकिन कमजोर कहानी

जानदार प्रदर्शन लेकिन कमजोर कहानी

फिल्म की कहानी एक सामान्य बदला लेने की कहानी से शुरू होती है, जहां युध्रा अपने व्यक्तिगत संघर्षों और बाहरी शत्रुओं से जूझता है। फिल्म में कार्रवाई के अद्भुत दृश्यों की भरमार है, लेकिन जब बात कहानी पर आती है, तो यह कमजोर पड़ती है।

फिल्म के कुछ हिस्सों में, लगता है कि निर्देशक कहानी की बजाय विजुअल्स और संगीत पर अधिक ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। युध्रा के दृश्यों और शॉट्स को देखकर ऐसा लगता है कि फिल्म निर्देशकीय दृष्टिकोण से बनी है, लेकिन इसकी पटकथा आवश्यकतानुसार मजबूत नहीं है।

वीएफएक्स और ध्वनि डिजाइन

वीएफएक्स और ध्वनि डिजाइन

फिल्म में उपयोग किए गए विशेष प्रभाव और ध्वनि डिजाइन का स्तर उच्च है। इन तत्वों ने फिल्म की प्रस्तुति में एक अलग ही चमक भर दी है। एक्शन सीक्वेंस और उनका फिल्मांकन इस फिल्म की सबसे मजबूत पक्ष है, जो दर्शकों को अंत तक बांधे रखते हैं।

फिल्म का संगीत भी उच्च गुणवत्ता का है, जो इसे और भी बेहतरीन बनाता है। हालांकि, यह सभी अद्भुत तत्व तब फीके पड़ जाते हैं जब कहानी की बात आती है।

निष्कर्ष और दर्शकों की प्रतिक्रिया

निष्कर्ष और दर्शकों की प्रतिक्रिया

20 सितंबर 2024 को रिलीज होने वाली 'युध्रा' ने अपने ट्रेलर और उसके स्टार कास्ट के कारण काफी चर्चा बटोरी। लेकिन दर्शकों की उम्मीदों पर यह पूरी तरह से खरी नहीं उतर पाई। हालांकि सिद्धांत चतुर्वेदी और राघव जुयाल के बेहतरीन प्रदर्शन से फिल्म में एक जान जरूर आई, परंतु अंततः कमजोर कहानी ने फिल्म के प्रभाव को कम कर दिया।

कुल मिलाकर, युध्रा दर्शकों को एक औसत मनोरंजन प्रदान करती है। यह फिल्म उन लोगों को विशेष रूप से पसंद आ सकती है जो एक्शन सीक्वेंस और दृश्यीय सौंदर्य का आनंद लेते हैं।

अंततः, युध्रा एक अच्छा प्रायोगिक प्रयास है, लेकिन इसे एक यादगार फिल्म बनाने के लिए और मजबूत कथा की आवश्यकता है।