महाराष्ट्र की राजनीति का यह एक महत्वपूर्ण दौर है जब 20 नवंबर 2024 को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए राज्य के लोगों का ध्यान केंद्रित है। इन चुनावों की महत्वपूर्णता को समझते हुए, बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) को उस दिन पूरी तरह से बंद रखने का फैसला लिया गया है। चुनाव आयोग की ओर से जारी गाइडलाइन्स के अनुसार यह कदम उठाया गया है ताकि किसी भी प्रकार का बाजार गतिविधियों का प्रभाव लोगों के चुनावी निर्णय पर न पड़े।
इस निर्णय का वाहक सरकार और बाजार के प्रबंधक यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि हर नागरिक बिना किसी रोकटोक के अपने मतदान का अधिकार प्रयोग कर सके। 20 नवंबर को सुबह से शाम 6 बजे तक पूरे राज्य में 288 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान संपन्न होगा। इसके लिए पूरे राज्य में व्यापक स्तर पर सुरक्षा और प्रशासनिक इंतजाम किए गए हैं।
बाजार बंद रखने का फैसला न सिर्फ राजनीतिक दृष्टिकोण से बल्कि आर्थिक दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण है। अक्सर ऐसा देखा गया है कि बाजार की गतिविधियाँ और आमदनी का अदला-बदली चुनावी प्रक्रिया पर असर डाल सकती हैं। इसलिए, इस प्रकार के अप्रभावित माहौल में जनमानस को अपने राजनीतिक हक का सही उपयोग करने का अवसर मिलेगा।
इस दौरान, जो निवेशक और व्यापारी अपने पोर्टफोलियो को लेकर चिंतित हैं, उन्हें इस बात का भरोसा दिया गया है कि बाजार 21 नवंबर 2024 से पुन: सामान्य रूप से कामकाज शुरू कर देगा।
चुनाव के मैदान में इस बार मुख्य दौर पर बीजेपी की महायुति गठबंधन का सामना महा विकास आघाड़ी (MVA) से होगा। इन चुनावों में राजनीति दांव-पेंच, मुद्दे और नेतृत्व क्षमताओं का गंभीर परीक्षण होने जा रहा है। चुनाव प्रचार का अंतिम चरण 18 नवंबर को समाप्त हो चुका है, जिसके बाद सभी पक्ष अब चुनावी तिजारत की ओर देख रहे हैं।
यह चुनावी मौसम न सिर्फ राजनीति के लिए बल्कि बाजार के लिए भी महत्वपूर्ण है। 23 नवंबर को जब परिणाम आ जाएंगे, तब बाजार की प्रतिक्रिया भी खासा महत्वपूर्ण होगी। विश्लेषकों का मानना है कि जैसे ही चुनाव परिणाम स्पष्ट होंगे, वैसे ही निवेशकों में नई ऊर्जा और दिशा देखने को मिल सकती है।
यह पहली बार नहीं है जब भारत में चुनाव के दिन बाजार बंद रहे हों, लेकिन यह कदम दर्शाता है कि चुनावी प्रक्रिया की पारदर्शिता और निष्पक्षता बनाए रखने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं।